गौतम बुद्धनगर के एसएसपी ने बताया कि इंटेलिजेंस के मिले इनपुट के आधार पर पश्चिम बंगाल की पुलिस ने मार्च में ही इस बात की सूचना दी थी कि गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश के कुछ आतंकवादी रह रहे हैं। इसके साथ ही यह भी कहा गया था कि स्वतंत्रता दिवस पर ये लोग किसी बड़े वारदात को अंजाम देने की फ़िराक में हैं। इस सूचना के आधार पर पश्चिम बंगाल की पुलिस यूपी एटीएस के साथ लगातार इन आतंकवादियों की तलाश में लगी थी। उन्होंने बताया कि एक कॉन्फिडेंशियल इनपुट के आधार पर मंगलवार को ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर पुलिस को साथ लेकर पश्चिम बंगाल और यूपी एटीएस ने सूरजपुर थाना क्षेत्र से दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया । पकड़े गए दोनों संदिग्धों के नाम रुबेल अहमद उर्फ़ मनीर उल इस्लाम और मुशर्रफ हुसैन उर्फ़ मूसा उर्फ़ तेजेरुल इस्लाम उर्फ़ रेजुल करीम है। दोनों बांग्लादेश के ठाकुरगांव विभाग रंगपुर के रहने वाले हैं।
प्रदेश के पुलिस मुख्यालय से जारी बयान में डीजीपी ने कहा है कि दोनों आतंकवादी मार्च 2018 में बांग्लादेश पुलिस के दबाव में भाग निकले थे और गाजियाबाद व गौतमबुद्ध नगर में रहकर अपना काम कर रहे थे। इनकी गिरफ़्तारी के बाद पश्चिम बंगाल पुलिस दोनों को ट्रांजिट रिमांड पर लेने के लिए अदालत में आवेदन करेगी। डीजीपी की ओर से कहा गया है कि पूछताछ में इस बात का पता लगाया जा रहा है कि इनके यहां रहने का क्या मकसद था और इनके कितने और कौन-कौन सहयोगी साथी यहां रह रहे हैं।