अजमेर आरएसी में तैनात एक महिला कांस्टेबल को ट्रांसफर कराने का झांसा देकर साथी पुलिस कर्मियों ने 16 लाख रुपए ऐंठ लिए। पीडि़ता की रिपोर्ट पर अलवरगेट थाना पुलिस ने दो कांस्टेबल के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
थानाप्रभारी श्याम सिंह के मुताबिक कांस्टेबल तारामणी आरएसी अजमेर में तैनात है। वह लंबे समय से जयपुर ट्रांसफर के लिए प्रयासरत है। हाड़ी रानी बटालियन में तैनात कांस्टेबल मुकेश चौधरी और दरगाह थाने के कांस्टेबल नेमीचंद ने तारामणी को ट्रांसफर कराने का झांसा 16 लाख रुपए ऐंठ लिए और ट्रांसफर नहीं करवाया।
पीडि़त तारामणी ने पुलिस को बताया कि करीब 6 लाख रुपए उसने दोनों कांस्टेबलों को नकद दिए और बाकी की राशि करीब 10 लाख रुपए इनके खातों में जमा करवाए। पुलिस संबंधित बैंकों से आरोपी मुकेश और नेमीचंद के खातों में जमा हुई राशि की जानकारी जुटा रही हैं। इनके बैंक स्टेटमेंट जुटाए जा रहे हैं। दोनों के बारे में अजमेर एसपी को भी जानकारी दी गई है।
अब सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या वाकई में राजस्थान में तबादला उद्योग अब भी पनप रहा है। एक पुलिसकर्मी के तबादले की कीमत 16 लाख रुपए तक है।