सीमलवाड़ा और चिखली उपखंड क्षेत्र में पिछले दो महीनों से घरों और प्रतिष्ठानों में सफाई, रंग-रोगन, पुराने सामानों की बिक्री का दौर जारी है। बाजारों में कपड़े, रेडीमेड वस्त्र, पशुधन श्रृंगार सामग्री, रंग, पटाखों के स्टॉल, सौंदर्य प्रसाधन, किराणा सामग्री, लाल रमजी, जूते, दीपावली कैलेंडर, मिठाई, सोने-चांदी के आभूषण, दुपहिया-चार पहिया वाहन शोरूम, इलेक्ट्रॉनिक सामान आदि की दुकानों में रौनक बढ़ गई है।
प्रजापत बस्ती के गांवों में मिट्टी के दीपक बड़ी संख्या में बनाए जा रहे हैं। चाॅक पर तैयार किए गए ये दीपक और मेरियू प्राचीन परंपरा के अनुसार घर-घर पहुंचाए जा रहे हैं। दीपावली का त्योहार आने के साथ ही घरों में सजावट का दौर भी शुरू हो गया है। बाजारों में रंग-बिरंगी रोशनी, दीये, मोमबत्तियाँ, फूलमालाएँ और अन्य सजावटी सामानों की भरमार है।