तबीयत बिगड़ी तो दोस्तों को दी जानकारी
छात्र भुवनेश्वर कोसरे ने अपने पिता व घर वालों से तत्काल नया मोबाइल फोन खरीदकर देने की मांग की। मोबाइल नहीं देने पर कीटनाशक का सेवन कर स्कूल जाने निकला। रास्ते में ही उसकी तबीयत बिगडऩे लगी। तभी अपने दोस्तों को बताया कि उसने जहर का सेवन कर लिया है। घर वालों को बता दो। इसकी सूचना परिजनों को दी गई। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल ले गए। गंभीर स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए धमतरी ले गए, जहां इलाज के दौरान मौत हो गई। शव पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया। शुक्रवार को गृह ग्राम तरौद के मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया। यह देखें : माता-पिता जब काम में गए, तब किया जहर सेवन
भुवनेश्वर ने घटना के दिन भी मोबाइल के लिए जिद की। जब माता पिता व बड़ा भाई घर से बाहर काम पर गए, तब उसने स्कूल जाने से पहले सुबह 9 बजे जहर का सेवन कर लिया। स्कूल जाते समय रास्ते में गिर पड़ा, तब खुलासा हुआ।
बुधवार रात को मोबाइल खरीदने की जिद की
मृतक के बड़े भाई ऋषि कोसरे ने धमतरी पुलिस को बताया कि उलका भाई स्वामी आत्मानंद स्कूल बालोद में कक्षा बारहवीं का छात्र था। बुधवार रात लगभग 10 बजे पिता से जिद करने लगा कि मेरे लिए मोबाइल आज ही खरीदो। पिता ने कहा कि कुछ दिन रुक जा। दो चार दिन में मोबाइल खरीदकर दूंगा, लेकिन वह जिद पर अड़ा रहा। मोबाइल नहीं खऱीदोगे तो मर जाने की धमकी भी दी
भुवनेश्वर ने पहले अपने पिता से मोबाइल तत्काल खरीदने कहा। उसी दिन रात में अपने बड़े पिता के पास दूसरे मोबाइल से फोन कर कहा कि मेरे लिए मोबाइल नहीं खरीद रहे हैं। ऐसे में मैं मर जाऊंगा। घर से निकल जाऊंगा। दूसरे दिन गुरुवार की सुबह स्कूल जाने के दौरान जहर का सेवन कर लिया।
इलाज से स्वास्थ्य में नहीं आया सुधार
जिला अस्पताल में गंभीर हालत में गुरुवार दोपहर को भर्ती किया गया। प्राथमिक उपचार किया गया, लेकिन स्वास्थ्य बिगड़ते देख उसे धमतरी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं आया। शुक्रवार की सुबह 5 बजे मौत हो गई। बालोद और दल्लीराजहरा स्टेशन बनेंगे सुविधाजनक, चौड़े फुटओवर ब्रिज भी होंगे
तीन दिन में दो बड़ी घटना
दो दिन पहले अर्जुंदा थाना अंतर्गत ग्राम देवसरा में एक युवक ने उसके भतीजे का खिलौना तोडऩे पर 6 साल के बच्चे की हत्या करने की कोशिश की। हालांकि आरोपी पुलिस के गिरफ्त में है। वहीं तरौद में मोबाइल के लिए आत्महत्या कर ली।
हर माह औसत 25-30 आत्महत्या के मामले
आंकड़े के मुताबिक जिले में हर माह औसत 25-30 लोग आत्महत्या कर रहे हैं। अधिकांश मामले छोटी-छोटी बातों को लेकर तनाव लेना व जिद है। हर वर्ग में मोबाइल की लत
मनोरोग काउंसलर, जिला अस्पताल बालोद पूर्णिमा जंघेल ने कहा कि अभी बच्चे हो, चाहे युवा हो हर वर्ग में मोबाइल की लत है। कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें किसी के पास मोबाइल है तो हमारे पास भी हो। ऐसी स्थिति में पालकों को अपने बच्चों का समझाना होगा। मोबाइल की लत से भी बचना होगा। पालक को अपने बच्चों पर ध्यान देना जरूरी है। बच्चों से दोस्ताना व्यवहार बनाएं। गुस्सा करने के बजाए कोशिश करें कि बच्चों को प्यार से समझाएं। हमारी टीम स्कूलों, कॉलेजों में जाकर भी इस तरह के केस को रोकने जागरुकता अभियान चला रही है।