scriptयह कैसा पौधरोपण : हरियाली बढ़ाने हर साल 20 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च, वनक्षेत्र फिर भी घट रहे | What kind of plantation is this: More than 20 crore rupees are spent every year, but the forest area is still decreasing | Patrika News
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यह कैसा पौधरोपण : हरियाली बढ़ाने हर साल 20 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च, वनक्षेत्र फिर भी घट रहे

वन विभाग में पौधरोपण के नाम पर खेल चल रहा है। सागर संभाग में विभाग हर साल बारिश के दौरान हरियाली बढ़ाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर पौधरोपण तो करा रहा है, लेकिन वनक्षेत्र बढऩे की जगह घट रहे हैं।

सागरJul 14, 2024 / 11:58 am

Madan Tiwari

पौधरोपण

पौधरोपण

इस साल संभाग में 70 लाख पौधों का रोपण करने का लक्ष्य, 75 प्रतिशत पौधरोपण कर भी दिया

सागर. वन विभाग में पौधरोपण के नाम पर खेल चल रहा है। सागर संभाग में विभाग हर साल बारिश के दौरान हरियाली बढ़ाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर पौधरोपण तो करा रहा है, लेकिन वनक्षेत्र बढऩे की जगह घट रहे हैं। यह हम नहीं बल्कि फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की हर दो साल में जारी होने वाली रिपोर्ट बयां कर रही है। इस साल की बात करें तो संभाग के छह जिलों में वन विभाग ने 70 लाख के आसपास पौधों को रोपने का लक्ष्य रखा है। जिसमें 21 करोड़ रुपए के आसपास खर्चा होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इतना ही नहीं विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस साल के लक्ष्य में से 75 प्रतिशत पौधरोपण अब तक कर चुके हैं। यानी विभाग लगभग 52 लाख नए पौधे इस साल रोप चुका है।

– ऐसे समझें खर्चे का गणित

वानिकी को विभाग की ओर से एक पौधा तैयार करने के लिए 13 रुपए मिलता है। इस हिसाब से 70 लाख पौधों को तैयार करने पर विभाग ने 9.10 करोड़ रुपए खर्च किया। इसके बाद पौधरोपण के लिए एक गड्ढे का 5 रुपए तय है तो 70 लाख गड्ढे तैयार कराने पर 3.50 करोड़ रुपए के आसपास खर्च। इसके अलावा रखरखाव, परिवहन, रोपण आदि को मिलाकर अनुमानित 12 रुपए प्रति पौधा भी खर्च जोड़ा जाए तो 70 लाख पौधों पर होने वाला खर्च 8.40 करोड़ रुपए होता है। यानी विभाग ने कुलमिलाकर करीब इस साल पौधरोपण पर 21 करोड़ रुपए खर्च कर दिए हैं।

– नए बांध और अतिक्रमण भी हरियाली घटने की वजह

संभाग मेंं वनक्षेत्र कम होने के पीछे पौधरोपण के नाम पर हर साल हो रहा फर्जीवाड़ा तो है ही, इसके अलावा नए बांधों के निर्माण में भी वनक्षेत्र का बड़ा भू-भाग डूब क्षेत्र में आया है। इसके अलावा अधिकारियों की अनदेखी के कारण वनभूमियों पर अतिक्रमण भी हो रहा है। सूत्रों की माने तो सागर सर्किल में ही हजारों हेक्टयर वनभूमि अतिक्रमणकारियों के कब्जे में है, लेकिन अधिकारी इस भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराना तो दूर इस बात को सार्वजनिक करने से भी बचते रहे हैं।

– आधी बात सुनकर ही काटा फोन

सागर सर्किल को लेकर जब सीसीएफ अनिल सिंह से बात की तो उन्होंने आधी-अधूरी बात करके ही फोन काट दिया। उनके अनुसार सर्किल में 28 लाख पौधरोपण का लक्ष्य था, जिसमें से 21 लाख पौधे अब तक रोपे जा चुके हैं। यह कहां रोपे गए हैं ? पिछले सालों की क्या स्थिति रही इसको लेकर कुछ जवाब ही नहीं मिला।

– फैक्ट फाइल

02 सर्किल सागर संभाग में
70 लाख पौधों को रोपने का लक्ष्य
32 लाख के करीब सागर सर्किल का लक्ष्य
31 लाख के करीब छतरपुर सर्किल का लक्ष्य
20 प्रतिशत पूर्व के पौधरोपण की भरपाई
13 रुपए में तैयार होता है एक पौधा
05 रुपए एक गड्ढे की खुदाई पर खर्चा
12 रुपए प्रति पौधा रखरखाव व अन्य खर्चे

– एक पौधे का 13 रुपए मिलता है

हमें सागर व छतरपुर सर्किल में आने वनमंडलों से करीब 70 लाख पौधों की डिमांड मिली थी। इसके अलावा भी नर्सरियों में अतिरिक्त पौधे तैयार किए जाते हैं। विभाग एक पौधा तैयार करने के लिए 13 रुपए वानिकी को देता है।
संजीव झा, प्रभारी सीसीएफ, वानिकी

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