पन्ना. मौसम में बदलाव का असर लोगों की सेहत पर देखने को मिल रहा है। एक माह में दूसरी बार अस्पताल की ओपीडी 700 के पार पहुंच गई है। यही हाल आइपीडी का भी है। भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी 150 के पार पहुंच गई है। पीडि़तों में ज्यादा संख्या बच्चों की है। बच्चा वार्ड में जगह नहीं है। अस्पताल प्रबंधन को बीमार बच्चों को भर्ती करने दूसरा वार्ड खुलवाना पड़ा है। जिला अस्पताल के रेकॉर्ड की मानें तो 16 अक्टूबर से 21 अक्टूबर शाम 6 बजे तक छह दिन में तीन हजार से अधिक लोग ओपीडी इलाज कराने पहुंचे। इनमें 500 ज्यादा लोगों को बीमार होने पर भर्ती किया गया। डॉक्टरों के मुताबिक आइपीडी और ओपीडी में 35 से 45 फीसदी मरीज वायरल फीवर पीडि़त हैं।
प्रबंधन की मुश्किलें बढ़ीं
पीडि़तों की बढ़ती तादाद ने जिला अस्पताल प्रबंधन को परेशानी में डाल दिया है। महिला-पुरुष मेडिकल वार्ड और बच्चा वार्ड भरे हुए हैं। अस्पताल प्रबंधन को बंद पड़े वार्ड खुलवाने पड़ रहे हैं। गैलरी में पलंग लगवाए जा रहे हैं। ऐसी ही स्थिति सोमवार सुबह जिला अस्पताल में देखने मिली।
भर्ती होने वाले 40-50 फीसदी वायरल पीडि़त
जिला अस्पताल ओपीडी में रोजाना औसतन 500 से 600 मरीज पहुंचते हैं, लेकिन इन दिनों वायरल फीवर के चलते मरीजों की संख्या एकाएक बढ़ गई है। इन दिनों रोजाना 700 मरीज पहुंच रहे हैं। बीते छह दिन में चौथी बार ओपीडी 600 के पार पहुंच गई है। डॉक्टरों के मुताबिक भर्ती होने वाले मरीजों में 40 से 50 फीसदी तक मरीज वायरल फीवर पीडि़त हैं। मेडिसिन ओपीडी में 65 से 70 फीसदी मरीज वायरल फीवर के पहुंच रहे हैं।
एक हफ्ते का हाल
तारीख ओपीडी आइपीडी
16 अक्टूबर 765 113
17 अक्टूबर 760 122
18 अक्टूबर 712 110
19 अक्टूबर 612 105
20 अक्टूबर 231 35
21 अक्टूबर 723 89
खान-पान, दिनचर्या में सावधानी बरतें
मौसम में लगातार बदलाव हो रहा है। दिन में गर्मी और रात को ठंडक रहती है। ऐसा मौसम बैक्टीरिया, वायरस और फंगस के पनपने और फैलने के अनुकूल होता है। इस दौरान खान-पान और दिनचर्या में विशेष सावधानी की जरूरत होती है, लेकिन लापरवाही की वजह से मरीजों की संख्या बढ़ रही है। संक्रमित के नजदीक जाने से बचें। खान-पान का विशेष ख्याल रखें। पानी साफ और स्वच्छ ही पिएं। बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें। वायरल होने पर नजदीकी डॉक्टर से इलाज और परामर्श लें। बगैर डॉक्टर को दिखाए दवाइयां न लें। घर में साफ-सफाई बनाए रखें। स्टैंड सहित भीड़भाड़ वाले स्थान जाने से बचें। जरूरी होने पर ही यात्रा करें।
-डॉ प्रदीप द्विवेदी, मेडिसिन स्पेशलिस्ट
प्रबंधन की मुश्किलें बढ़ीं
पीडि़तों की बढ़ती तादाद ने जिला अस्पताल प्रबंधन को परेशानी में डाल दिया है। महिला-पुरुष मेडिकल वार्ड और बच्चा वार्ड भरे हुए हैं। अस्पताल प्रबंधन को बंद पड़े वार्ड खुलवाने पड़ रहे हैं। गैलरी में पलंग लगवाए जा रहे हैं। ऐसी ही स्थिति सोमवार सुबह जिला अस्पताल में देखने मिली।
भर्ती होने वाले 40-50 फीसदी वायरल पीडि़त
जिला अस्पताल ओपीडी में रोजाना औसतन 500 से 600 मरीज पहुंचते हैं, लेकिन इन दिनों वायरल फीवर के चलते मरीजों की संख्या एकाएक बढ़ गई है। इन दिनों रोजाना 700 मरीज पहुंच रहे हैं। बीते छह दिन में चौथी बार ओपीडी 600 के पार पहुंच गई है। डॉक्टरों के मुताबिक भर्ती होने वाले मरीजों में 40 से 50 फीसदी तक मरीज वायरल फीवर पीडि़त हैं। मेडिसिन ओपीडी में 65 से 70 फीसदी मरीज वायरल फीवर के पहुंच रहे हैं।
एक हफ्ते का हाल
तारीख ओपीडी आइपीडी
16 अक्टूबर 765 113
17 अक्टूबर 760 122
18 अक्टूबर 712 110
19 अक्टूबर 612 105
20 अक्टूबर 231 35
21 अक्टूबर 723 89
खान-पान, दिनचर्या में सावधानी बरतें
मौसम में लगातार बदलाव हो रहा है। दिन में गर्मी और रात को ठंडक रहती है। ऐसा मौसम बैक्टीरिया, वायरस और फंगस के पनपने और फैलने के अनुकूल होता है। इस दौरान खान-पान और दिनचर्या में विशेष सावधानी की जरूरत होती है, लेकिन लापरवाही की वजह से मरीजों की संख्या बढ़ रही है। संक्रमित के नजदीक जाने से बचें। खान-पान का विशेष ख्याल रखें। पानी साफ और स्वच्छ ही पिएं। बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें। वायरल होने पर नजदीकी डॉक्टर से इलाज और परामर्श लें। बगैर डॉक्टर को दिखाए दवाइयां न लें। घर में साफ-सफाई बनाए रखें। स्टैंड सहित भीड़भाड़ वाले स्थान जाने से बचें। जरूरी होने पर ही यात्रा करें।
-डॉ प्रदीप द्विवेदी, मेडिसिन स्पेशलिस्ट