पन्ना. बाघों की सेंचुरी पूरी करने जा रहा पन्ना टाइगर रिजर्व मानसून सीजन में भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना है। एक जुलाई से शुरू हुए मानसून सीजन के दो महीनों में ही 37 हजार से अधिक पर्यटकों ने पन्ना की सैर की है। इसमें 36,387 भारतीय और 694 विदेशी पर्यटक शामिल हैं।
पांडव गुफाओं का अनुपम दृश्य
कोर जोन में टूरिज्म बंद होने के बावजूद पांडव फॉल और पांडव गुफाएं पर्यटकों को खासा आकर्षित कर रही हैं। रनेह फॉल की रंगीन चट्टानों में बहती केन नदी का सौंदर्य भी पर्यटकों को अपनी ओर खींच रहा है। पिछले पर्यटन सीजन में 2.34 लाख पर्यटकों ने पन्ना की यात्रा की थी। इससे रिजर्व प्रबंधन को लगभग 6 करोड़ रुपए की आय हुई थी।
90 से 98 बाघों का रहवास
पन्ना टाइगर रिजर्व में इस समय 90 से 98 के बीच बाघ होने का अनुमान है। अखिल भारतीय बाघ आकलन सर्वे के अनुसार रिजर्व में 64 वयस्क बाघ गिने गए हैं, जबकि टाइगर रिजर्व स्तर के सर्वे में 70 वयस्क बाघ कैमरा ट्रैप में देखे गए थे। यहां अर्द्ध-वयस्क बाघ-बाघिन और शावकों को मिलाकर कुल बाघों की संख्या 90 से 98 के बीच है। बढ़ती संख्या से टेरिटोरियल फाइट और मानव-बाघ द्वंद्व की आशंका भी बढ़ गई है।
पर्यटकों के लिए खुलेंगे कोर के गेट
पन्ना टाइगर रिजर्व का कोर जोन मानसून सीजन के दौरान पर्यटन के लिए बंद रहता है। आगामी एक अक्टूबर से पर्यटकों के लिए फिर से खुल जाएगा। मानसून के दौरान कोर जोन में पर्यटन बंद होने के बावजूद रिजर्व के बफर क्षेत्रों में सफर और नाइट सफारी जारी रहती है। इससे भारतीय और विदेशी पर्यटकों को अकोला और झिन्ना बफर क्षेत्रों में जाकर बाघों सहित अन्य वन्य प्राणियों को देखने का मौका मिलता है। कोर जोन के फिर से खुलने के लिए टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। पर्यटकों को बेहतर अनुभव देने के लिए विभिन्न इंतजाम किए जा रहे हैं।
एक अक्टूबर से शुरू होगा पर्यटन
पन्ना टाइगर रिजर्व के कोर जोन में एक अक्टूबर से पर्यटन शुरू किया जाएगा। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। अभी बारिश हो रही है। इसलिए सड़कों को बनाने का काम 15 सितंबर के बाद से शुरू किया जाएगा।
अंजना एस तिर्की, फील्ड डायरेक्टर, पन्ना टाइगर रिजर्व
पांडव गुफाओं का अनुपम दृश्य
कोर जोन में टूरिज्म बंद होने के बावजूद पांडव फॉल और पांडव गुफाएं पर्यटकों को खासा आकर्षित कर रही हैं। रनेह फॉल की रंगीन चट्टानों में बहती केन नदी का सौंदर्य भी पर्यटकों को अपनी ओर खींच रहा है। पिछले पर्यटन सीजन में 2.34 लाख पर्यटकों ने पन्ना की यात्रा की थी। इससे रिजर्व प्रबंधन को लगभग 6 करोड़ रुपए की आय हुई थी।
90 से 98 बाघों का रहवास
पन्ना टाइगर रिजर्व में इस समय 90 से 98 के बीच बाघ होने का अनुमान है। अखिल भारतीय बाघ आकलन सर्वे के अनुसार रिजर्व में 64 वयस्क बाघ गिने गए हैं, जबकि टाइगर रिजर्व स्तर के सर्वे में 70 वयस्क बाघ कैमरा ट्रैप में देखे गए थे। यहां अर्द्ध-वयस्क बाघ-बाघिन और शावकों को मिलाकर कुल बाघों की संख्या 90 से 98 के बीच है। बढ़ती संख्या से टेरिटोरियल फाइट और मानव-बाघ द्वंद्व की आशंका भी बढ़ गई है।
पर्यटकों के लिए खुलेंगे कोर के गेट
पन्ना टाइगर रिजर्व का कोर जोन मानसून सीजन के दौरान पर्यटन के लिए बंद रहता है। आगामी एक अक्टूबर से पर्यटकों के लिए फिर से खुल जाएगा। मानसून के दौरान कोर जोन में पर्यटन बंद होने के बावजूद रिजर्व के बफर क्षेत्रों में सफर और नाइट सफारी जारी रहती है। इससे भारतीय और विदेशी पर्यटकों को अकोला और झिन्ना बफर क्षेत्रों में जाकर बाघों सहित अन्य वन्य प्राणियों को देखने का मौका मिलता है। कोर जोन के फिर से खुलने के लिए टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। पर्यटकों को बेहतर अनुभव देने के लिए विभिन्न इंतजाम किए जा रहे हैं।
एक अक्टूबर से शुरू होगा पर्यटन
पन्ना टाइगर रिजर्व के कोर जोन में एक अक्टूबर से पर्यटन शुरू किया जाएगा। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। अभी बारिश हो रही है। इसलिए सड़कों को बनाने का काम 15 सितंबर के बाद से शुरू किया जाएगा।
अंजना एस तिर्की, फील्ड डायरेक्टर, पन्ना टाइगर रिजर्व