व्यापारियों ने कहा कि कोडैकनाल में ब्रायंट पार्क और झील जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल अब वीरान दिखाई दे रहे हैं। यहां आमतौर पर हमेशा भीड़ होती हैं। स्थानीय व्यापारियों ने पर्यटकों की आवाजाही में कमी के कारण व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की जानकारी दी।
सूत्रों के अनुसार, इस साल अप्रेल में अब तक 73,000 और मई में 27,000 पर्यटक कोडैकनाल आए हैं। पिछले साल, कोडैकनाल में अप्रेल में 72,000 पर्यटक और मई में 1.85 लाख पर्यटक आए थे। मद्रास उच्च न्यायालय ने इस महीने की शुरुआत में तमिलनाडु सरकार से नीलगिरि और कोडैकनाल हिल स्टेशनों में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों के लिए 7 मई से 30 जून तक अनिवार्य ई-पास शुरू करने को कहा था ताकि वहां के पारिस्थितिकी तंत्र की सुरक्षा की जा सके और पीक सीजन के दौरान पर्यटकों की आमद का प्रबंधन किया जा सके।
मद्रास उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार, पर्यटकों को चेकपोस्ट पर ई-पास की जांच के बाद ही प्रवेश की अनुमति मिलती है। बिना ई-पास के आने वालों के लिए कोडैकनाल में वेल्ली अरुवी के पास एक चेक पोस्ट स्थापित की गई है जहां पर उनके लिए व्यवस्था की गई है। सरकार के सूत्रों के अनुसार, ई-पास की व्यवस्था अत्यंत सरल है और जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए सॉफ्टवेयर पर फोन नम्बर, ई-मेल, पता, वाहन विवरण और ठहरने का विवरण देने के बाद जारी किया जाता है।
कोडैकनाल को हिल रिसॉर्ट्स की रानी के नाम से जाना जाता है जो दिंडीगुल जिले में स्थित है। यहां पर गर्मी का मौसम आमतौर पर अप्रेल और मई में पड़ता है और मई में रौनक बढ़ जाती है। इस दौरान हजारों की संख्या में पर्यटक इस मौसम का आनंद लेने के लिए पहुंचते हैं। आकर्षण को बढ़ाने के लिए कोडैकनाल पुष्प शो, ग्रीष्म उत्सव, खेल उत्सव और अन्य मनोरंजन कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। कोडैकनाल में पूरे वर्ष लुभावना मौसम रहता है जिससे यह किसी भी मौसम में एक आदर्श पर्यटन स्थल बना हुआ है।