पकड़े गए आरोपियों ने फतेहपुर मंदिर के महंत के साथ 3 लाख 30 हजार रुपए की ठगी की थी। मंदिर के महंत रामअनुग्रह दास छोटे सरकार ने बताया कि करीब दो साल पहले चार पांच लोग मंदिर आए थे, जिन्होंने खुद को ग्रेनाइट पत्थर का सौदागर बताया था। उन्होंने मंदिर में ग्रेनाइट पत्थर लगवाने का आग्रह किया और कहा कि वह काफी मात्रा में ग्रेनाइट पत्थर दान करेंगे। चार पांच दिन यह लोग रूके और इसी दौरान उन्होंने कुछ रकम एडवांस के रूप में मांगी। चूंकि आरोपियों ने इस तरह से अपनी प्रस्तुतियां दीं थीं कि मंदिर में हर कोई उन्हें ग्रेनाइट पत्थर का कारोबारी समझ रहा था। इधर इनकी बातों पर भरोसा कर मंदिर प्रबंधन ने रकम दे दी। इसके बाद यह चले गए। बाद में आरोपियों ने अपना फोन नंबर बदल दिया। बता दें कि आरोपियों ने जिस तरह से फतेहपुर के अजबधाम मंदिर को टारगेट किया थाए ठीक इसी तरह और कई मंदिरों में भी घटना को अंजाम दिया।
विदित हो कि देश के तमाम बड़े संत एक-दूसरे से जुड़े हुए है। ऐसे में फतेहपुर में हुई इस घटना का पता लगाने के प्रयास में जुटी दमोह पुलिस को जब धजरई धाम के महंत सीतारामदास महाराज का नंबर मिला तो इसकी जानकारी अजबधाम मंदिर के महंत रामअनुग्रह दास को दी गई। इस पर उन्होंने तत्काल ही सीतारामदास महाराज से संपर्क किया। इस पर सीतारामदास महाराज ने बताया कि यह लोग उनसे कथा का समय मांग रहे है। वहीं पूरी घटना क जानकारी होने पर उन्होंने इस ठगों को पकड़ने की योजना बनाई और उन्हें धजरई मंदिर में पत्थर लगवाने के नाम पर बुला लिया। यहां पर भी ठक रुपयों की लालच में पहुंचे तो कुछ ही देर में मामला बदल गया और यह पुलिस की गिरफ्त में थे। इस संबंध में फतेहपुर चौकी प्रभारी नागेंद्र सिंह से बात की, तो उन्होंने पूछताछ पूरी नहीं होने की वजह से जानकारी देने में असमर्थता जताई।
दमोह के फतेहपुर थाने में किसी मंदिर में ठगी का मामला दर्ज था। यह ठग धरजई आश्रम आए थे, यहां पर पहुंची दमोह की पुलिस इन्हेें गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई है।- रवि गुप्ता, देहात थाना प्रभारी।