– जांच कर पात करेंगे
चार्जिंग कहां हो रही बिजली कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि मोपेड का उपयोग तो लोग खुद के उपयोग में कर रहे हैं, लेकिन ई-ऑटो व ई-रिक्शा का उपयोग व्यवसायिक रूप में किया जा रहा है। चूंकि जिले में एक भी चार्जिंग स्टेशन नहीं है तो वाहन विक्रेताओं से सूची लेने के बाद इसको लेकर जांच की जाएगी कि यह वाहन मालिक अपने ईवी की चार्जिंग कैंसे कर रहे हैं। इसमें यदि व्यवसायिक उपयोग होने वाले वाहनों की चार्जिंग सार्वजनिक स्थानों या अवैध तरीके से हो रही है तो कंपनी संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
– घरेलू की जगह लगाएंगे व्यवसायिक मीटर
बिजली कंपनी को आशंका है कि अधिकांश ईवी मालिक अपने वाहनों की चार्जिंग अपने घरेलू कनेक्शन से कर रहे हैं और उसका उपयोग व्यवसायिक रूप में हो रहा है। यदि जांच में इस बात की पुष्टि होती है तो कंपनी संबंधित का घरेलू मीटर बदलकर व्यवसायिक लगा सकती है। कंपनी सूत्रों के अनुसार करीब एक सप्ताह पहले मुख्यालय स्तर से एक आदेश निकाला गया था, जिसमें अवैध रूप से ईवी चार्ज करने वालों पर केस दर्ज करने की भी बात शामिल थी, हालांकि दूसरे ही दिन कंपनी ने अपना यह आदेश बदल दिया।
– जांच के बाद आगे की कार्रवाई
इलेक्ट्रिक वाहनों के डीलर से खरीददारों की सूची मांगी है। इसकी शुरूआत फिलहाल शहर डिवीजन से की गई है, इसके बाद बाकी डिवीजन में भी यह व्यवस्था लागू करेंगे। पहले चार्जिंग कहां से की जा रही है यह पता करने जांच करेंगे, इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। डीएन चौकीकर, अधीक्षण अभियंता, सागर