कोतवाली और पिपलौद थाने की पुलिस कोर्ट से फरार हुए दुष्कर्म के मामले में आरोपी हरिराम उर्फ हरि पिता श्रीराम की तलाश कर रही थी। वह पुलिस के हाथ लगता इससे पहले ही सोमवार को जिला न्यायालय में विशेष न्यायाधीश के समक्ष पेश हुआ। उसके साथ पत्नी, एक बच्ची और परिवार के अन्य लोग भी थे। दोपहर करीब 2.30 बजे पुलिस लाइन से एक एएसआइ और आरक्षक कोर्ट पहुंचे। इसके कुछ देर बाद कोतवाली थाने से एसआइ सुरेश जाधव भी कोर्ट आए। यहां उन्होंने हरिराम को लेकर कागजी कार्रवाई की।
विशेष न्यायालय ने 20 साल की सजा सुनाई थी
दोपहर 2.50 बजे पुलिसकर्मी उसे मेडिकल के लिए जिला अस्पताल लेकर गए। इसके बाद उसे जेल में जमा कर दिया गया। विदित हो कि 22 नवंबर को आरोपी हरिराम को दुष्कर्म व पॉक्सो एक्ट के मामले में विशेष न्यायालय ने 20 साल की सजा सुनाई थी। सजा सुनाए जाने के बाद पहले तो आरोपी ने बाथरूम जाने का बहाना बनाया, उसे भागने का मौका नहीं मिल पाया। इसके बाद वापस जब कोर्ट एक अन्य आरोपी को बाथरूम के लिए लेकर गए तब कटघरे के पास से नजर बचाकर आरोपी हरिराम भाग निकला था। इस मामले में कोतवाली थाने में हरिराम पर केस दर्ज किया गया था।
पत्नी से मिलने गया था आरोपी
कोर्ट से बाहर निकलते समय आरोपी हरिराम से मीडिया ने बात की। उसका कहना था पत्नी महाराष्ट्र में बेटी के साथ अकेली थी। सजा सुनाए जाने के बाद वह घबरा गया था। इसके लिए पत्नी व बेटी से मिलने के लिए वह कोर्ट से भाग गया। महाराष्ट्र में तीन दिन साथ रहने के बाद पत्नी व बेटी के साथ लेकर सिधे कोर्ट आया। यहां कोर्ट में उसने सरेंडर किया है।