बताया गया कि मप्र शासन उच्च शिक्षा विभाग भोपाल विश्व बैंक परियोजना के तहत वर्ष २०१७ में ६५० लाख की लागत से शासकीय विधि महाविद्यालय का नवीन भवन निर्माण कराने की स्वीकृति मिली थी। परिजयोजना के माध्यम से ग्वालियर के व्यक्ति को साल १९ जनवरी २०१८ में निर्माण की स्वीकृति दी गई थी। २४ सितंबर २०१९ को निर्माण के लिए लेआउट डाला गया था। ३० अगस्त तक भवन पूर्ण कराने के आदेश मिले थे। ५४ दिवस के कोरोना काल से देरी हुई और दो महीने की देरी से नवीन भवन का निर्माण किया गया। २० अक्टूबर २०२२ को तत्कालीन कैबिनेट मंत्री और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, मंत्री पभूराम चौधरी और लोकसभा सांसद एवं केंद्रीय मंत्री डॉ वीरेंद्र खटीक द्वारा लोर्कापण किया गया। उसके बाद से कक्षाएं शुरू कर दी गई है। कुछ महीने में वायरिंग में आग और फर्श टूटने लगी है।
विधि महाविद्यालय का निर्माण पीआईयू की देखरेख में किया गया है। ठेकेदार द्वारा नवीन भवन का निर्माण गुणवत्ताहीन, लापरपूर्णक किया गया है। भवन के कई कक्षाओं का फर्श दो फीट धसक गया है। गैलरी और कक्ष में लगाई गई टाल्स, पाइप, टूट गई है। खिडकियों के कांच की क्वालिटी खराब आने से अपने आप टूट गए है। भवन की दीवारों पर दरारें आ गई है। इसके साथ ही की क्वालिटी ठीक नहीं होने से दीवारों से एक ही साल में उखड़ गया है।
विधि कॉलेज प्रबंधन ने बताया कि महाविद्यालय के कक्ष में बिजली फिटिंग की गई है, वायर क्वालिटी खराब होने से बार-बार स्पार्किंग की आग से जल गए है। पेयजल के लिए लगाई गई बिजली पंप भी खराब हो रहा है। जिसकी शिकायतें कलेक्टर और संबंधित विभाग से कर चुके है।
मामले की शिकायत पीआईयू और पीडब्ल्यूडी विभाग से ३० जनवरी २०२४, १२ फरवरी २०२४ के साथ अन्य तारीखों में शिकायत कर चुके है। इसके साथ ही आयुक्त उच्च शिक्षा विभाग, अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा विभाग, मप्र शासन उच्च शिक्षा विभाग और कलेक्टर को शिकायत कर चुके है।
जिले में स्कूल और महाविद्यालय पीआईयू विभाग की देखरेख में निर्माण किए गए। जिसकी गुणवत्ता एक साल में ही दिखाई दे गई। गौर गांव के हायर सेकेंडरी विद्यालय का पिलर पहली बारिश में गिया गया था। बड़ागांव धसान का तहसील भवन दरारें खा गया है और शासकीय विधि महाविद्यालय के कक्ष धसक गए और दीवारें दरारें खा गई है।
विधि कॉलेज का नवीन भवन एक ही साल में दरक खा गया था। कक्ष में लगाई गई टाल्स टूट गई और दो फीट गहरे फर्श धस गया है। बिजली की फिटिंग में शॉर्ट सर्किट से बोर्ड और स्वच में आग लग गई है। खिडिकियां टूट गई और दीवारों में दरारें आ गई है। मामले की सूचना कलेक्टर, पीआईयू एवं पीडब्ल्यूडी और उच्च शिक्षा को दे चुके है।
डॉ. पुष्पेंद्र सिंह, प्राचार्य शासकीय विधि महाविद्यालय टीकमगढ़।
इंद्रकुमार शुक्ला ईई, पीडब्ल्यूडी टीकमगढ़।