जानलेवा साबित हो सकता है मेला, आमजन की सुरक्षा का नहीं रखा जा रहा ध्यान
अग्निदुर्घटना से बचाव व सुरक्षा के नहीं पुख्ता इंतजाम
अग्निदुर्घटना से बचाव व सुरक्षा के नहीं पुख्ता इंतजाम
डिंडौरी. जिले में मनोरंजन के साथ कीमती सामानों की खरीदी के लिए इन दिनों एक बाजार आमजन की जान को जोखिम में डालता नजर आ रहा है। अपने व्यवसाय से चंद दिनों में लाखों का कारोबार करने वाले इस मेले में ऐसी तमाम खामियां है जो आमजनता के लिए जानलेवा साबित हो सकती हैं। प्रशासन ने आमजन की सुरक्षा को ताक पर रख मेला संचालन की अनुमति दे दी है।
स्कूल का खेल मैदान बना व्यावसायिक परिसर
नगर के उत्कृष्ट विद्यालय के मैदान को जिला प्रशासन ने व्यावसायिक परिसर बना दिया है। स्कूल मैदान् मे मेला संचालन की अनुमति दे दी गई है। इस समय स्कूलों मे समर कैम्प और खेल कूद प्रतियोगिताओं का आयोजन हो रहा है। उत्कृष्ट स्कूल मैदान में मेले के संचालन की वजह से यहां के बच्चे दूसरे मैदान में खेलने जा रहे हैं। स्कूल प्रबंधन का कहना है कि 10 हजार रुपए प्रतिदिन के किराए में एक माह के लिए स्कूल मैदान मेला संचालन के लिए दिया गया है। आगे भी इसी तरह के कार्यक्रमो के लिए किराए पर मैदान को दिया जाएगा।
सुरक्षा के लिए नहीं हैं माकूल इंतजाम
सर्कस के दौरान किसी भी प्रकार की अग्नि या फिर अन्य कोई दुर्घटना घटित होती है तो इससे निपटने संचालक के पास समुचित व्यवस्थाएं नहीं है। जानकारी के मुताबिक नगर परिषद के पास दो दमकल वाहन है और वह कम छमता वाले वाहन है। ऐसे मे कोई दुर्घटना होती है तो आग पर काबू पाना बड़ी कठिन होगा। मेले व सर्कस का संचालन करने वालों ने भी मौके में कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए हैं। इसके अलावा सर्कस और मेला मे प्रवेश करने व बाहर निकलने के लिए सिर्फ एक ही गेट बनाया गया है। ऐसे मे बड़ी दुर्घटना होने पर हालतो मे काबू नहीं पाया जा सकता है। उत्कृष्ट मैदान मे चल रहे सर्कस मे न तो आग बुझाने के लिए दमकल है और न ही पानी टेंक की व्यवस्था की गई है। इसके आलावा आकस्मिक चिकित्सा व्यवस्था का ध्यान दिया गया है। इसके बाद भी प्रशासन ने मेला व सर्कस संचालन की अनुमति दे दी।
सुविधाघर का भी अभाव
नगर मे चल रहे सर्कस मे संचालक द्वारा बाहर से आने वाले पुरुष और महिलाओ के लिए सुविधाघर की भी व्यवस्था नहीं की गई है। इस वजह से महिलाओ को खुले मे जाना पड़ता है।
सफाई व्यवस्था नहीं, लगा गंदगी का अंबार
नगर को स्वच्छ बनाने नगर परिषद व प्रशासन लोगों को जागरुक कर रही है। जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक रविवार को मैया अभियान चलाया जा रहा है, जिसमे नर्मदा किनारो की साफ सफाई कराई जा रही है। इसके आलावा जागरूकता अभियान के माध्यम से नगर को पॉलीथिन मुक्त करने संकल्प दिलाया जा रहा है। ऐसे मे नगर मे चल रहे सर्कस व मेले से रोजना कचरे का अम्बार निकलता है। इसके उठाव व निष्पादन के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं है।
स्कूल मैदान को किराए पर देने प्रावधान नहीं
नगर में संचालित शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय के खेल मैदान को किराए पर दे दिया गया है। जानकारों की माने तो सरकारी स्कूल के मैदान को किराए मे देने का प्रावधान नहीं है। इसके बाद भी प्राचार्य ने सभी नियमों को दरकिनार करते हुए स्कूल मैदान को किराए पर दे दिया है। इसे लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
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