– 24 घंटे बाद पानी के ऊपर आया शव
शुक्रवार की सुबह कोतवाली थाना पुलिस व एसडीआरएफ ने कंट्रोल रूम से मिली सूचना के बाद एलिवेटिड कॉरीडोर से तालाब में कूद व्यक्ति की सर्चिंग शुरू की थी, लेकिन शाम तक कुछ पता नहीं चल सका। शनिवार की सुबह शव चकराघाट और कॉरीडोर के बीच पानी में उतराता नजर आया। पुलिस ने एसडीआरएफ की मदद से शव पानी से बाहर निकला। मृतक की पहचान सुभाष नगर निवासी 40 वर्षीय दिनेश पुत्र शोभाराम नामदेव के रूप में हुई है। फिलहाल मृतक की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
– इस महीने में यह तीसरा केस
अक्टूबर माह के 19 दिन के अंदर एलिवेटिड कॉरीडोर से कूदकर सुसाइड करने का यह तीसरा मामला है। सबसे पहले 3 अक्टूबर की रात तिलकगंज निवासी मेडिकल स्टोर संचालक 30 वर्षीय युवक ने तालाब में कूदकर सुसाइड किया था, जिसका शव दूसरे दिन मिला। इसके बाद 7 अक्टूबर की रात लगभग 8 बजे मकरोनिया के रजाखेड़ी निवासी करीब 45 वर्षीय महिला एलिवेटिड कॉरीडोर से तालाब में कूदी थी। आधे घंटे के सर्च ऑपरेशन के बाद उसे बाहर निकाल लिया, लेकिन तब तक उसकी सांसे थम चुकी थीं।
– जनवरी में सामने आया था पहला मामला
1– पहला मामला 7 जनवरी को सामने आया, जब रात में करीब 10 बजे कटरा बाजार के आसपास रहने वाला 20 वर्षीय युवक तालाब में कूछ गया। पुलिस ने जब तक उसे बाहर निकाला तब तक उसकी सांसे थम चुकी थीं। 2– 26 फरवरी की सुबह पारिवारिक विवाद के बाद पंतनगर निवासी एक युवती ने तालाब में कूदकर जान देने का प्रयास किया था, लेकिन वह जलकुंभी और कीचढ़ में फंस गई और लोगों ने उसे सुरक्षित बाहर निकाल लिया था।
3– एक मार्च को पति व ससुराल पक्ष के लोगों की प्रताडऩा से तंग आकर गोपालगंज क्षेत्र निवासी करीब 25 वर्षीय महिला ने तालाब में कूदकर आत्महत्या का प्रयास किया। वह तालाब की जलकुंभी और कीचढ़ में फंस गई, जिसके बाद लोगों ने उसे सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
4– 16 अप्रेल की दोपहर करीब एक बजे माता-पिता की डांट से नाराज शास्त्री वार्ड निवासी करीब 18 वर्षीय युवती ने एलिवेटिड कॉरीडोर से कूदकर आत्महत्या का प्रयास किया। 5– 23 अप्रेल को गोपालगंज थाना पुलिस ने तालाब से एक अज्ञात व्यक्ति का शव निकाला था। बाद में मृतक की पहचान द्वारिका विहार कॉलोनी के पास रहने वाले 48 वर्षीय व्यक्ति रूप में हुई थी।
6-17 अगस्त को गोपालगंज थाना क्षेत्र की यादव कॉलोनी से लापता 15 वर्षीय किशोर का शव दूसरे दिन झील में मिला था।
– पत्रिका व्यू
– सुरक्षा के इंतजाम जरूरी लगातार हो रही घटनाओं को देखते हुए अब एलिवेटेड कॉरीडोर पर सुरक्षा के इंतजाम कराना जरूरी हो गया है। जिस हिसाब से शहर के अलग-अलग क्षेत्रों के रहने वाले महिला/पुरुषों ने आत्महत्या का प्रयास किया है उससे यह समझ आ रहा है कि लोगों की नजर में एलिवेटिड कॉरीडोर सोसाइड पाइंट बन गया है। कोई भी विवाद या परेशानी हुई तो लोगों को आत्महत्या करने के लिए अब एलिवेटिड कॉरीडोर ही नजर आ रहा है। यदि समय रहते जिम्मेदारों ने यहां सुरक्षा के इंतजाम न किए तो इस प्रकार की घटनाएं बढऩे की आशंका है। लोगों का कहना है कि जिन अधिकारी व जनप्रतिनिधियों ने तालाब के बीच एलिवेटेड कॉरीडोर बनाने में 66 करोड़ रुपए व्यय किया है वे आमजन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दोनों ओर की बाउंड्री पर रेलवे पुलों की तरह जाली लगा सकते हैं। ऐसा करने से आए दिन सामने आ रहीं घटनाएं बंद हो सकती हैं।