दक्षता का किया जाएगा आंकलन
एनसीईआरटी की गाइडलाइन के अनुसार 04 दिसम्बर को परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण का आयोजन कक्षा तीन, छह एवं नौ के लिए किया जाएगा। सर्वेक्षण का प्राथमिक उद्देश्य स्कूली शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठचर्या रूपरेखा 2023 के साथ उच्च गुणवत्ता युक्त वैश्विक मूल्यांकन विकसित करना है। यह राष्ट्रीय सर्वेक्षण राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्यों के अनुरूप कक्षा तीन, छह एवं नौ में आधार भूत प्रारंभिक एवं मध्य चरणों के अंत में छात्रों की दक्षता का आकलन करना है।
एनसीईआरटी की गाइडलाइन के अनुसार 04 दिसम्बर को परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण का आयोजन कक्षा तीन, छह एवं नौ के लिए किया जाएगा। सर्वेक्षण का प्राथमिक उद्देश्य स्कूली शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठचर्या रूपरेखा 2023 के साथ उच्च गुणवत्ता युक्त वैश्विक मूल्यांकन विकसित करना है। यह राष्ट्रीय सर्वेक्षण राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्यों के अनुरूप कक्षा तीन, छह एवं नौ में आधार भूत प्रारंभिक एवं मध्य चरणों के अंत में छात्रों की दक्षता का आकलन करना है।
समय पर हल करने पड़ेंग इतने प्रश्न
जारी किए गए सर्कुलर के अनुसार सर्वे में कक्षा तीन के लिए भाषा, गणित एवं हमारे आसपास की दुनिया से 90 मिनट में 45 प्रश्न पूछे जाएंगे। कक्षा छह के लिए उक्त विषय से संबंधित 51 प्रश्न 90 मिनट में पूछे जाएंगे। जबकि कक्षा नौ में भाषा, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान के 60 प्रश्न 120 मिनट पर हल करने होंगे।
जारी किए गए सर्कुलर के अनुसार सर्वे में कक्षा तीन के लिए भाषा, गणित एवं हमारे आसपास की दुनिया से 90 मिनट में 45 प्रश्न पूछे जाएंगे। कक्षा छह के लिए उक्त विषय से संबंधित 51 प्रश्न 90 मिनट में पूछे जाएंगे। जबकि कक्षा नौ में भाषा, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान के 60 प्रश्न 120 मिनट पर हल करने होंगे।
इस तहर किया गया स्कूलों का चयन
परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024 के लिए सेंपल शालाओं के रूप में जिले की शासकीय सहित मप्र शासन से अनुदान प्राप्त शालाओं, गैर अनुदान प्राप्त अशासकीय शालाओं, केंद्रीय, नवोदय विद्यालयों को चयनित किया गया है। भाषा के संबंध में भी यह स्पष्ट किया गया है कि सेंपल शाला अंतर्गत जिस माध्यम की शाला चयनित होती है, उस माध्यम की प्रथम भाषा पर सर्वे होगा। यदि अंग्रेजी माध्यम की कई शाला सेम्पल शाला के रूप में चयनित की जाती हैं, तो वहां अंग्रेजी भाषा को सर्वे में शामिल किया गया है।
परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024 के लिए सेंपल शालाओं के रूप में जिले की शासकीय सहित मप्र शासन से अनुदान प्राप्त शालाओं, गैर अनुदान प्राप्त अशासकीय शालाओं, केंद्रीय, नवोदय विद्यालयों को चयनित किया गया है। भाषा के संबंध में भी यह स्पष्ट किया गया है कि सेंपल शाला अंतर्गत जिस माध्यम की शाला चयनित होती है, उस माध्यम की प्रथम भाषा पर सर्वे होगा। यदि अंग्रेजी माध्यम की कई शाला सेम्पल शाला के रूप में चयनित की जाती हैं, तो वहां अंग्रेजी भाषा को सर्वे में शामिल किया गया है।
प्रशिक्षु शिक्षक बनेंगे फील्ड इन्वेस्टिगेटर
फील्ड इन्वेस्टिगेटर का चयन डाइट प्राचार्य करेंगे। एक कक्षा के लिए एक फील्ड इन्वेस्टिगेटर होगा। फील्ड इन्वेस्टिगेटर्स के रूप में डाइट में अध्यनरत डीएलएड प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के प्रशिक्षणार्थियों का चयन किया जाएगा। जरूरत पडऩे पर बीएड एवं एमएड के प्रशिक्षणार्थियों का चयन किया जाएगा। इसके बावजूद यदि कमी पड़ती है तो शासकीय कॉलेज के विद्यार्थी, अशासकीय प्रशिक्षण संस्थाओं के डीएलएड, बीएड, एमएड प्रशिक्षणार्थियों को ले सकते हैं, लेकिन यह शिक्षक नहीं होने चाहिए।
फील्ड इन्वेस्टिगेटर का चयन डाइट प्राचार्य करेंगे। एक कक्षा के लिए एक फील्ड इन्वेस्टिगेटर होगा। फील्ड इन्वेस्टिगेटर्स के रूप में डाइट में अध्यनरत डीएलएड प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के प्रशिक्षणार्थियों का चयन किया जाएगा। जरूरत पडऩे पर बीएड एवं एमएड के प्रशिक्षणार्थियों का चयन किया जाएगा। इसके बावजूद यदि कमी पड़ती है तो शासकीय कॉलेज के विद्यार्थी, अशासकीय प्रशिक्षण संस्थाओं के डीएलएड, बीएड, एमएड प्रशिक्षणार्थियों को ले सकते हैं, लेकिन यह शिक्षक नहीं होने चाहिए।
इनका कहना है
आगामी चार दिसंबर को सर्वेक्षण का आयोजन किया जाना है, इसके लिए विद्यालयों में तैयारी करवाई जा रही है। 2021 में हम प्रदेश में पांचवे स्थान पर थे। इस बार और बेहतर स्थिति में रहने के प्रयास किए जा रहे हैं।
विवेक गुप्ता, एपीसी जिला शिक्षा केंद्र बालाघाट
आगामी चार दिसंबर को सर्वेक्षण का आयोजन किया जाना है, इसके लिए विद्यालयों में तैयारी करवाई जा रही है। 2021 में हम प्रदेश में पांचवे स्थान पर थे। इस बार और बेहतर स्थिति में रहने के प्रयास किए जा रहे हैं।
विवेक गुप्ता, एपीसी जिला शिक्षा केंद्र बालाघाट
कक्षा स्कूल संख्या
तीसरी 34
छटवी 32
नवमीं 38
कुल 104
तीसरी 34
छटवी 32
नवमीं 38
कुल 104