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Railway: ट्रैक पर दौड़ती मालगाड़ी की बोगियां हुई अलग, पातालकोट एक्सप्रेस से टकराने से बची

बड़ा हादसा टला, गार्ड भी नहीं था, रेलवे की बड़ी लापरवाही हुई उजागर

छिंदवाड़ाJun 25, 2024 / 12:46 pm

ashish mishra

छिंदवाड़ा. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल में एक के बाद लापरवाही सामने आ रही है। सोमवार को चौरई-सिवनी रेल सेक्शन में ट्रैक पर तेज गति से दौड़ रही मालगाड़ी की बोगियां अलग हो गई। इंजन में सवार लोको पायलट आधी बोगी को लेकर आगे निकल गया वहीं आधी बोगी पीछे रह गई। मनीमत रही की पीछे की बोगियां रोल नहीं हुई। अगर ऐसा होता तो बड़ा हादसा हो सकता था। दरअसल सोमवार सुबह सिवनी से पैसेंजर ट्रेन बैतूल के लिए रवाना की गई। इस ट्रेन को चौरई पहुंचने के बाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-एक पर खड़ी किया गया। इसके बाद प्लेटफॉर्म नंबर-दो पर खड़ी मालगाड़ी को सिवनी की तरफ रवाना किया गया। वहीं छिंदवाड़ा से आ रही पातालकोट एक्सप्रेस को चौरई स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-दो पर खड़ा कर दिया गया। मालगाड़ी लगभग दो किलोमीटर आगे ही पहुंची थी कि बोगियां अलग हो गई। गनीमत रही की बोगियां रोल नहीं हुई। अगर ऐसा हो जाता तो संभावना थी कि वह पीछे खड़ी पातालकोट एक्सप्रेस से जा भिड़ती। इससे बड़ा हादसा हो सकता था। मालगाड़ी के इंजन में सवार लोको पायलट ने ब्रेक लगाया और फिर स्टेशन पर सूचना दी गई। इसके बाद लगभग 40 मिनट के प्रयास के बाद बोगियों को जोड़ा गया। इसके बाद मालगाड़ी आगे बढ़ी।
40 मिनट ट्रेन में ही बैठे रहे यात्री
मालगाड़ी की बोगियों के अलग हो जाने की वजह से पातालकोट एक्सप्रेस में सवार यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हादसे की वजह से एक्सप्रेस ट्रेन लगभग 40 मिनट चौरई रेलवे स्टेशन में ही खड़ी रही। बोगियों को जोडऩे के बाद मालगाड़ी आगे बढ़ी, इसके बाद पातालकोट एक्सप्रेस को सिवनी की तरफ रवाना किया गया।
मालगाड़ी के पीछे बोगी में नहीं था गार्ड
बताया जाता है कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल सहित कई रेल मंडल अब मालगाड़ी के सबसे पीछे वाली बोगी में गार्ड की ड्यूटी नहीं लगा रहे हैं। जबकि यह सुरक्षा की दृष्टि से बड़ी लापरवाही है। सोमवार को भी हुए हादसे में मालगाड़ी के पीछे वाली बोगी में गार्ड नहीं था। रेलवे से जुड़े जानकारों का कहना है कि सबसे पीछे बोगी में ब्रेक भी होता है। अगर गार्ड रहता तो समय से ब्रेक लगा सकता था। यह तो मनीमत रही की बोगियां बहुत अधिक पीछे नहीं आई और पातालकोट एक्सप्रेस से नहीं टकराई। अगर ऐसा होता तो काफी लोगों की जान भी जा सकती थी।
उच्च अधिकारियों से भी जानकारी छुपाई
मालगाड़ी की बोगी अलग हो जाने की घटना को रेलवे के उच्च अधिकारियों से भी छुपाया गया। बड़ी बात यह थी कि ट्रेनों की लोकेशन देने वाले एप्प को भी अपडेट नहीं किया गया।
यात्रियों को लेकर लापरवाह हो रहा रेलवे
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल में आए दिन यात्रियों के प्रति रेलवे की उदासीनता एवं लापरवाही देखने को मिल रही है। बीते 11 जून को नैनपुर से छिंदवाड़ा आ रही पैसेंजर ट्रेन को झिलमिली स्टेशन में देर रात तक घंटों रोके जाने एवं मालगाड़ी को प्राथमिकता देने की वजह से यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी थी। देरी की वजह से पैसेंजर ट्रेन में बैठे तीन सौ से अधिक यात्री समय पर छिंदवाड़ा रेलवे स्टेशन नहीं पहुंच पाए। ऐसे में वह इंदौर रवाना होने वाली पेंचवैली एक्सप्रेस नहीं पकड़ पाए। यात्रियों ने अपना गुस्सा स्टेशन प्रबंधन को दिखाया। रेलवे ट्रैक पर रात दो बजे तक बैठे रहे। इसके अलावा पैनल रूम में भी घुसकर वैकल्पिक ट्रेन की मांग की थी। रात दो बजे तक हंगामा चलता रहा। आरपीएफ ने किसी तरह मामला सुलझाया था।
्बंगाल हादसे से भी नहीं लिया सबक
रेलवे में आए दिन किसी न किसी वजह से हादसे हो रहे हैं। इसके बावजूद भी सुरक्षा को लेकर विभाग गंभीर नहीं है। बीते 17 जून को पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी में एक मालगाड़ी और एक्सप्रेस ट्रेन में भिड़ंत से भी सबक नहीं लिया गया। एक्सप्रेस ट्रेन की कई बोगियां कई फीट हवा में उछलकर पटरी से उतर गई थी। इस हादसे में कई लोगों की मौत भी हो गई। काफी लोग घायल हुए थे।

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