पौधों को भीषण गर्मी की चपेट में आने से बचाने की कोशिश
बगीचों का फसल बीमा मौसम आधारित है, ऐसे में मौजूदा मौसम किन्नू बागों के लिए गंभीर समस्या पैदा कर रहा है। जो फल बगीचों में लगे थे, उसमें 70 से 90 प्रतिशत फल हीट वेव के चलते जमीन पर गिरकर नष्ट हो गए हैं। बागवान किसान अपने उत्पादन की तरफ नहीं, बल्कि पौधों को भीषण गर्मी की चपेट में आने से बचाने की कोशिशों में लगा है।
विशेष फसल गिरदावरी करवाकर किसानों को राहत प्रदान करें
ागवान किसान सुभाष सहारण ने बताया कि वे अपने किन्नू बगीचों में ड्रिप सिस्टम से पानी दे रहे हैं, लेकिन गर्म लू के थपेड़ों के चलते पौधों की ऊपरी पत्तियां झुलसने से अब पूरे बगीचे में पीलापन आने लगा है व लगातार ङ्क्षसचाई पानी देने के बावजूद गर्म मौसम किन्नू बगीचों पर भारी पड़ रहा है। ऐसे हालातों में राज्य सरकार तत्काल किन्नू बगीचों की विशेष फसल गिरदावरी करवाकर किसानों को राहत प्रदान करें। एक वर्षीय फसली चक्र होने के कारण किन्नू फल की खेती करने वाले किसानों को दो वर्ष का आर्थिक नुकसान हो जाता है। ऐसे में उद्यान विभाग को आगे आकर फसल बीमा योजना में किसानों को जोडकऱ तत्काल प्रभाव से फसल खराबा क्लेम के रूप में राहत दी जा सकती है।