डेंगू से इस साल चार मौतें वर्ष 2023 में तमिलनाडु में डेंगू के कुल 9,121 मामले सामने आए और 13 मौतें हुई थी। पिछले 24 घंटों में 205 लोग डेंगू से प्रभावित पाए गए हैं। राज्य में इस साल चार मौतें हुई हैं। मंत्री ने कहा 4,676 से अधिक सरकारी और निजी अस्पतालों की निगरानी की जा रही है। तमिलनाडु के विभाग डेंगू के मामलों पर एक कार्य योजना तैयार करेंगे। उन्होंने कहा पिछले साल डेंगू के मामलों को नियंत्रित किया गया जिससे मौतें कम रहीं। मामलों को कम करने के लिए रोकथाम के उपाय किए जा रहे हैं।
अक्टूबर-दिसम्बर में बढ़ेंगे मामले
हालांकि अभी तक राज्य में मानसून शुरू नहीं हुआ है, तभी यह हाल है तो मानसून के बाद तो डेंगू के मरीजों की संख्या में काफी उछाल आने की संभावना है। मानसून की बरसात के बाद डेंगू की संभावना प्रबल हो जाती है। बारिश के बाद कई दिनों तक पानी के जमाव होने से लार्वा पनपने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। तमिलनाडु स्वास्थ्य विभाग ने स्थानीय निकायों के साथ मिलकर डेंगू बुखार के मामलों को नियंत्रित करने के लिए पूर्वोत्तर मानसून से पहले एक अंतर-विभागीय बैठक की। विशेषज्ञों ने संकेत दिया है कि अक्टूबर-दिसम्बर के महीनों में डेंगू के मामलों में वृद्धि हो सकती है।
डेंगू में बचाव है जरूरी एक वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. रमेश बताते हैं कि डेंगू में बिना चिकित्सा परामर्श के एंटीबायोटिक का सेवन नुकसानदायक हो सकता है। यदि 100 से ऊपर फीवर एवं सिर में दर्द रह रहा है, पेट दर्द, हड्डियों और जोरो में दर्द, जी मचलने की शिकायत रह रही है तो डेंगू की जांच कराएं। डेंगू में शरीर में पानी कम होने से प्लेटलेट्स की कमी होती है, इसके लिए जरूरी है कि भरपूर मात्रा में पानी पीएं।