इधर चिकित्सा प्रभारी डाॅ. जोेगेन्द्रर गुर्जर ने बताया कि सोनोग्राफी चिकित्सक सोनू शर्मा पीजी करने के लिए चले गए हैं, इसलिए सोनोग्राफी की सुविधा नहीं मिल पा रही है। सोनोग्राफी चिकित्सक तीन साल के लिए पीजी कोर्स के लिए गए हैं। इसलिए जब तक चिकित्सा प्रशासन की ओर से दूसरे चिकित्सक को नहीं लगाया जाता है तब तक सोनोग्राफी की सुविधा बयाना अस्पताल में मिलना संभव नहीं है। इसलिए मरीजों को असुवधिा और परेशानियों का सामना करना पड रहा है।
इन्होंने बताई पीड़ा
अस्पताल पर सोनोग्राफी कराने आई प्रसूता महिला कमलादेवी ने बताया कि अस्पताल पर पिछले दो दिन से लगातार सोनोग्राफी कराने के लिए वह अस्पताल आ रही है, उसे आज सोनोग्राफी के रूम में पहुंचने पर पता चला है कि सोनोग्राफी चिकित्सक नहीं होने से ताला लगा हुआ है। इसके अलावा सोनोग्राफी के लिए अब पैसा देकर निजी अस्पतालों का रूख करना पड़ेगा।अस्पताल की सोनोग्राफी रूम के गेट पर ताला लगा है, दरवाजे पर चिकित्सक के स्थानान्तरण की प्लेट चिपकी है। मगर चिकित्सा प्रशासन का कहना है कि सोनोग्राफी चिकित्सक पीजी का डिप्लोमा करने के लिए तीन साल के लिए गए हैं, इसलिए सोनोग्राफी सेवा बंद है।