कमलनाथ से 36 हजार से हारे तो पुत्र को 13 हजार से हराया
विधानसभा और लोकसभा चुनाव में विवेक बंटी साहू भाजपा के उम्मीदवार थे। 2023 के चुनाव में छिंदवाड़ा विधानसभा से उनके मुकाबले कांग्रेस के कमलनाथ थे तो साहू को 36594 वोट से पराजय झेलनी पड़ी थी। लोकसभा चुनाव में कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ सामने थे तो साहू को 13088 वोट से जीत हासिल हुई। इससे पिता कमलनाथ और पुत्र नकुलनाथ की जनता में छबि का अंदाजा लगाया जा सकता है।
मतदाताओं के मन बदलने के ये प्रमुख कारण
1.विधानसभा चुनाव के बाद कमलनाथ और नकुलनाथ के भाजपा में जाने की चर्चा तेज रही। यह हवा लोकसभा चुनाव की आचार संहिता मार्च 24 तक बनी रही। इसका प्रभाव मतदाताओं पर पड़ा।
्र2.विधानसभा चुनाव में कमलनाथ सीएम फेस थे तो जनता ने उनका सरकार बनने की आस में समर्थन किया। इस बार लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार की उपलब्धियां भारी पड़ी।
3.आम जनता में यह चर्चा फैली कि राज्य में भाजपा सरकार है। चुनाव में केन्द्र में मोदी सरकार रिपीट होगी। ऐसे में कांग्रेस के रहने से छिंदवाड़ा पिछले 5 साल तो पीछे हो गया, आगे पांच साल भी कांग्र्रेस को वोट देने से खराब हो जाएंगे। यह भी एक फैक्टर रहा।
4.साहू परिवार की ओर से सिहोरा माल में रामेश्वर धाम शिव मंदिर बनवाया गया। इसका भी सकारात्मक असर पड़ा।
5.बंटी साहू पिछले 2019 और 2023 के चुनाव हारने पर भी संगठन से तालमेल बैठाते रहे। विपक्ष के प्रति आक्रामकता बरकरार रखी। इसका असर भी जनता में पड़ा। जबकि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में हराने के कारण बंटी को हल्के में ले लिया। वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की उपेक्षा शुरू कर दी।
विधानसभा के मुकाबले लोकसभा में घटा कांग्रेस का परफारमेंस
विधानसभा 2023 2024 गिरावट
्रजुन्नारदेव 83371 68811 -14560
अमरवाड़ा 109765 78473 -31292
चौरई 81613 77315 -4298
सौंसर 92509 77116 -15393
छिंदवाड़ा 132302 95890 -36412
परासिया 88227 67594 -20633
पांढुर्ना 90944 64732 -26212
विधानसभा के मुकाबले लोकसभा में बढ़ा भाजपा का परफारमेंस
विधानसभा 2023 2024 बढ़ोत्तरी
्रजुन्नारदेव 80167 91453 +11286
अमरवाड़ा 84679 93512 +8833
चौरई 73024 86885 +13861
सौंसर 80967 83305 +2338
छिंदवाड़ा 95708 108978 +13270
परासिया 86059 90896 +4837
पांढुर्ना 80487 87747 +7260
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