नई दिल्ली. कैप्सी और एपीडीआई 19वीं सिक्योरिटी लीडरशिप समिट 2024 का आयोजन कर रहे हैं। इस महत्वपूर्ण ईवेंट में सर्वोच्च नेतृत्वकर्ता, नीति निर्माता और औद्योगिक विशेषज्ञ सिक्योरिटी के भविष्य और आधुनिक टेक्नोलॉजी के साथ इसके संबंध के बारे में चर्चा करते हैं। यह समिट 21 और 22 नवंबर, 2024 को पीएचडी हाउस, नई दिल्ली में आयोजित होगी। समिट में जुअल ओराम, मंत्री, जनजातीय मामले मंत्रालय और जनरल डॉ. वीके सिंह, पीवीएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम (रिटायर्ड), पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लेंगे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता लेफ्टिनेंट जनरल एम यू नायर, पीवीएसएम, एवीएसएम, एसएम, राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा समन्वयक (एनसीएससी), भारत सरकार करेंगे। इस मौके पर जनरल डॉ. वी के सिंह कैप्सी का ‘सुरक्षित भारत-विकसित भारत 2047’ दस्तावेज जारी करेंगे, जिसमें सिक्योरिटी सेवाओं, महिला सुरक्षा, अंतर्राष्ट्रीय प्राईवेट जोच-पड़ताल में एआई की भूमिका और पुलिस की रणनीतियों के साथ प्राईवेट सिक्योरिटी को शामिल करने जैसे विषयों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। जुअल ओराम एडैप्टिव सिक्योरिटी मॉडल के निर्माण में पब्लिक-प्राईवेट पार्टनरशिप्स पर चर्चा करेंगे वहीं लेफ्टिनेंट जनरल एम यू नायर राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एआई और ड्रोन जैसी आधुनिक टेक्नोलॉजी के तालमेल के बारे में रणनीतिक जानकारी देंगे।
इस कार्यक्रम के बारे में कुंवर विक्रम सिंह, चेयरमैन, कैप्सी एवं एपीडीआई ने कहा, ‘यह समिट भविष्य की चुनौतियों के लिए भारत में सुरक्षा की तैयारी के लिए हमारी दृढ़ प्रतिबद्धता प्रदर्शित करती है। हमारे विज़न, ‘सुरक्षित भारत – विकसित भारत 2047’ में सभी की सुरक्षा और प्रगति के लिए अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी और एडैप्टिव लीडरशिप का इंटीग्रेशन शामिल है। उन्होंने देश के सुरक्षा ढांचे में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने के लिए डीजीसीए के दिशानिर्देशों के अनुरूप एक लाख ड्रोन वॉरियर्स को प्रशिक्षित करने के कैप्सी के अभियान की घोषणा भी की। पैनल ने राज्य पुलिस और अन्य हितधारकों के सहयोग से सभी महत्वपूर्ण शहरों में सिटी सिक्योरिटी काउंसिल्स की स्थापना के रोडमैप पर भी चर्चा की।
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