सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर एल कृष्णमूर्ति ने मीडिया चर्चा में कहा कि वन प्राणियों को देखने के लिए पर्यटकों को अक्टूबर तक इंतजार करना पड़ेगा। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में अक्टूबर से लेकर जून तक पर्यटक बड़ी संख्या में वन्य प्राणियों को देखने आते हैं। बताया जा रहा है कि अगर जून महीने के आखिरी दिनों में भी अगर तेज बारिश नहीं होती तो फिर जुलाई के महीने में सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के गेट बंद किए जाएंगे।
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सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के गेट मानसून शुरू होते ही बंद कर दिए जाते हैं, क्योंकि मानसून में टाइगर रिजर्व के अंदर जिप्सी नहीं चल पाती। रिजर्व में कच्ची सड़क और छोटी-छोटी नदियां हैं, जिन पर पानी आने से वाहनों का चल पाना संभव नहीं रहता। इसलिए मानसून शुरू होते ही सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के गेट बंद कर दिए जाते हैं। यहां पर सड़क अस्त-व्यस्त हो जाती है। इसके अलावा बारिश में वन्य प्राणियों की सुरक्षा कड़ी कर दी जाती है। साथ ही पेट्रोलिंग भी की जाती है। बारिश में कई जानवर इधर-उधर भागते हैं, इसलिए आम लोगों को टाइगर रिजर्व में जाना प्रतिबंधित कर दिया जाता है। मानसून की विदाई के बाद ही सतपुड़ा टाइगर रिजर्व का द्वार दोबारा खोल दिया जाता है।