छिंदवाड़ा.बारिश में कुओं का पानी दूषित हो रहा है। इसका सेवन बिना उबाले करने से शहरी और ग्रामीणों को पेट दर्द डायरिया, उल्टी दस्त व आंत्रशोथ जैसी बीमारियां हो रही है। जिला अस्पताल के साथ ही शहरी और ग्रामीण स्तर के क्लीनिकों में ऐसे मामले प्रतिदिन आ रहे हैं। उनकी कतार डॉक्टरों के पास लगी हुई है। पिछले एक सप्ताह मे लगातार हो रही बारिश से कुएं लबालब भर गए हैं। इनमें मटमैला पानी आ गया है। इस पानी के सेवन करने से पेट दर्द से संबंधित बीमारियां हो रही है। इसके चलते हाल ही तामिया विकासखण्ड के ग्राम चिमटीपुर-रातेड़ में करीब 20 लोग उल्टी दस्त के शिकार हो गए थे। इसके साथ ही तामिया पंचायत में भी सीएम राइज स्कूल के पीछे कुएं का मटमैला पानी नलों में आने की शिकायत सामने आई है। इसके अलावा हर गांव-नगर में यहीं मामला सामने आ रहा है। लोग कुएं के पानी का सीधे इस्तेमाल करने से ज्यादा बीमार है। इस मामले में पीएचई परासिया के कार्यपालन यंत्री केएस कुशरे का कहना है कि पीएचई विभाग की टीम ने चिमटीपुर, रातेड़ क्षेत्र के सभी कुएं ढकवा दिए हैं। साथ ही स्थानीय लोगों को जागरूक किया जा रहा है। बारिश के पानी से कुआ का पानी मटमैला हो गया है। इस पानी के सेवन से ही बीमारियां हो रही है। इससे बचाव के उपाय किए जा रहे हैं। …… मटमैला पानी पीने से लोग बीमार जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ.सुशील दुबे का कहना है कि बारिश होने से हर जल स्त्रोत में मटमैला पानी आ गया है। इसके सेवन करने से पेट दर्द, उल्टी दस्त समेत अन्य रोग हो जाते हैं। उनके मुताबिक इस पानी में अगर मिट्टी के माध्यम से बैक्टीरिया आ जाए तो फुड प्वाइजनिंग भी हो सकती है। ऐसे पानी को पहले स्थिर कर लें। फिर उसे उबालकर सेवन किया जाए तो आम आदमी को राहत मिल सकती है। …….. पहले दस मिनट में आ रहा गंदा पानी वार्ड नं.2 के अधीन शिक्षक कॉलोनी के रहवासियों ने शुरुआत के दस मिनट नलों में गंदा पानी आने की शिकायत की। उनका कहना था कि आसपास के इलाकों में जहां नलों की पाइप लाइन खराब है, वहां बरसाती पानी पाइप लाइन में सम्मिलित हो जाता है। इससे गंदा पानी लगातार आ रहा है। इससे क्षेत्रवासियों को बीमारियां हो रही है। उन्होंने नगर निगम से इस पर ध्यान देने की मांग की। …..