छिंदवाड़ा. भीषण गर्मी में ट्रेनों में सफर करने वाले यात्री परेशान हैं। बोगियों में लगे पंखे आग उगल रहे हैं। रात में किसी तरह यात्री सफर कर ले रहे हैं, लेकिन दिन में हालत बद से बदतर होती जा रही है। इन सबके बीच मंगलवार को रेलवे की यात्रियों के प्रति बड़ी लापरवाही देखने को मिली। दरअसल मंगलवार सुबह पातालकोट एक्सप्रेस के स्लीपर (एसथ्री) बोगी में रिजर्वेशन कराने वाले यात्री छिंदवाड़ा रेलवे स्टेशन पहुंचे तो उन्हें यह बोगी ट्रेन में लगी नहीं मिली। यात्रियों ने जब पूछताछ की तो पता चला कि पातालकोट एक्सप्रेस में एसथ्री बोगी फिरोजपुर से ही लगकर छिंदवाड़ा नहीं आई थी। इस वजह से वापस भी नहीं जा रही है। ऐसे में यात्रियों को मजबूरी में जनरल बोगी में यात्रा करनी पड़ी। वहीं कुछ यात्रियों ने अपनी टिकट कैंसिल करा दी। हालांकि सिस्टम अपडेट न होने की वजह से यात्रियों को यहां भी परेशानी का सामना करना पड़ा और उन्हें फुल रिफंड नहीं मिल सका। बड़ी बात यह है कि स्थानीय रेलवे स्टेशन प्रबंधन ने पातालकोट एक्सप्रेस में एसथ्री बोगी न लगे होने की सूचना भी यात्रियों को नहीं दी। यात्रियों ने जब विरोध दर्ज कराया तब जाकर प्रबंधन ने यात्रियों को एसथ्री बोगी न होने की बात बताई और सभी को जनरल बोगी में बैठने को कहा। इस पर यात्रियों ने ऐतराज जताया, लेकिन जिम्मेदारों ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि इसमें हम कुछ नहीं कर सकते। बोगी फिरोजपुर से ही लगकर नहीं आई है।
रात में खोजते रहे बोगी
लालबाग निवासी मुकेश तिवारी ने बताया कि वह परिवार के साथ भोपाल गए हुए थे। उन्होंने स्लीपर बोगी में ही रिजर्वेशन कराया था। एसथ्री बोगी न होने की वजह से उन्हें जनरल बोगी में सफर करना पड़ा। उनके जैसे कई लोग थे जिन्हें काफी परेशानी हुई। रात में परिवार के साथ पूरा सामान लेकर पहले एसथ्री बोगी खोजते रहे और फिर ऐन वक्त पर पता चला कि पातालकोट एक्सप्रेस में एसथ्री बोगी ही नहीं लगी हुई है। इसके बाद मजबूरी में जनरल बोगी में बैठना पड़ा। गौरतलब है कि फिरोजपुर से छिंदवाड़ा की दूरी लगभग 1490 किमी है। इस दौरान यह ट्रेन छोटे-बड़े कुल 43 स्टेशन पर रूकती है। इस ट्रेन में एसथ्री बोगी न लगे होने की वजह से हर स्टेशन के यात्री परेशान हुए।
लालबाग निवासी मुकेश तिवारी ने बताया कि वह परिवार के साथ भोपाल गए हुए थे। उन्होंने स्लीपर बोगी में ही रिजर्वेशन कराया था। एसथ्री बोगी न होने की वजह से उन्हें जनरल बोगी में सफर करना पड़ा। उनके जैसे कई लोग थे जिन्हें काफी परेशानी हुई। रात में परिवार के साथ पूरा सामान लेकर पहले एसथ्री बोगी खोजते रहे और फिर ऐन वक्त पर पता चला कि पातालकोट एक्सप्रेस में एसथ्री बोगी ही नहीं लगी हुई है। इसके बाद मजबूरी में जनरल बोगी में बैठना पड़ा। गौरतलब है कि फिरोजपुर से छिंदवाड़ा की दूरी लगभग 1490 किमी है। इस दौरान यह ट्रेन छोटे-बड़े कुल 43 स्टेशन पर रूकती है। इस ट्रेन में एसथ्री बोगी न लगे होने की वजह से हर स्टेशन के यात्री परेशान हुए।
40 मिनट की देरी से पहुंची छिंदवाड़ा
मंगलवार को पातालकोट एक्सप्रेस(14624) फिरोजपुर से छिंदवाड़ा लगभग 40 मिनट की देरी से पहुंची और फिर सिवनी के लिए रवाना हुई। इसके पश्चात पातालकोट एक्सप्रेस(14623) छिंदवाड़ा से फिरोजपुर के लिए निर्धारित समय सुबह 9.30 बजे रवाना ह़ुई।
मंगलवार को पातालकोट एक्सप्रेस(14624) फिरोजपुर से छिंदवाड़ा लगभग 40 मिनट की देरी से पहुंची और फिर सिवनी के लिए रवाना हुई। इसके पश्चात पातालकोट एक्सप्रेस(14623) छिंदवाड़ा से फिरोजपुर के लिए निर्धारित समय सुबह 9.30 बजे रवाना ह़ुई।
यात्रियों को मैसेज से भी नहीं दी सूचना
नागपुर रेलवे कंट्रोलर ने रेलवे स्टेशन को सोमवार दोपहर एक बजे ही मैसेज कर पातालकोट एक्सप्रेस में एसथ्री बोगी न लगे होने की सूचना दी थी। इसकी वजह बताया गया कि एसथ्री बोगी को तकनीकी खामी होने की वजह से ट्रेन से अलग कर लिया गया है। हालांकि रेलवे ने यात्रियों को मैसेज कर सूचना नहीं दी। रेलवे से जुड़े जानकारों का कहना है कि फिरोजपुर के बाद दिल्ली के बीच कई ऐसे स्टेशन हैं जहां पर एक स्लीपर बोगी की व्यवस्था हो सकती थी। इसके बावजूद भी रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को दरकिनार कर दिया।
नागपुर रेलवे कंट्रोलर ने रेलवे स्टेशन को सोमवार दोपहर एक बजे ही मैसेज कर पातालकोट एक्सप्रेस में एसथ्री बोगी न लगे होने की सूचना दी थी। इसकी वजह बताया गया कि एसथ्री बोगी को तकनीकी खामी होने की वजह से ट्रेन से अलग कर लिया गया है। हालांकि रेलवे ने यात्रियों को मैसेज कर सूचना नहीं दी। रेलवे से जुड़े जानकारों का कहना है कि फिरोजपुर के बाद दिल्ली के बीच कई ऐसे स्टेशन हैं जहां पर एक स्लीपर बोगी की व्यवस्था हो सकती थी। इसके बावजूद भी रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को दरकिनार कर दिया।