01. शहर में रोजगार की व्यवस्था होनी चाहिए। शहर का विकास अच्छे से हो इसके लिए शहर का इन्फ्रास्क्ट्रचर सुधारा जाएं। बिजल की बहुत परेशानी है उसे दूर किया जाएं। शहर में आवारा जानवरों का आंतक है उन्हे छोडऩे की व्यवस्था नगर परिषद द्वारा की जाएं। शहर के निकट सस्ती जमीन देकर कोटा के बड़े कोचिंग संस्थान को यहां लाया जाएं। गांवडी तालाब के किनारे बने पाथ वे पर ध्यान दिया जाएं। ताकि करोड़ों रुपए बेकार नहीं जाएं।
इमरान खान, झालरापाटन।
02.युवाओं को रोजगार मिले इसके लिए यहां बंद पड़ी जेके फैक्ट्री व वल्लभ पित्त्ती को चालू किया जाएं।जिले की सबसे बड़ी समस्या युवाओं को रोजगार की है। यहां मेडिकल कॉलेज में एमआरआई की सुविधा दी जाएं। चिकित्सा क्षेत्र में पर्याप्त बजट दिया जाएं ताकि कैंसर अस्पताल व मेडिकल कॉलेज के रूके काम जल्द पूरे हों।
आमीर खान, झालरापाटन।
03.शहर में सफाई की उचित व्यवस्था होनी चाहिए। जगह-जगह नाले जाम है, इसके बारे में हमने पूर्व में चर्चा की थी। चुनाव में मतदान प्रतिशत बहुत कम हुआ है, इसके लिए आमजन को जागरूक किया जाना चाहिए। राजनीतिक सक्रियता बढ़ाने पर ध्यान दिया जाना चाहिए। सभी जनप्रहरी अपने-अपने वार्ड में पांच-पांच लोगों को तैयार करें। जो गैर राजनीतिक हो।
राजेश मेहरा, डग।
4.जिले में उद्योग धंधे व रोजगार की कमी है।शिक्षा व चिकित्सा के क्षेत्र में राजनेताओं को काम करने की जरुरत है। जिले में पर्यटन रोजगार की दृष्टि से काफी संभावना है। ऐसे में इस दिशा में काम किया जाएं। जिले के धार्मिक व ऐतिहासिक स्थलों का प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए। हेमंत बैरवा, डग 05.आओ गांव चले की थीम पर जनप्रहरी को भी पंचायतवार लोगों की समस्याएं सुनकर प्रशासन व जनप्रतिनिधि के सामने रखकर उनका समाधान करवाना चाहिए। मंडियों में अभी आई बारिश में किसानों को माल खराब हो गया है। इस मुद्दे को भी सरकार के ध्यान में लाने के प्रयास किए जाएं। मंडियों से अच्छा राजस्व प्राप्त हो रहा है, फिर भी स्थिति बदहाल हो रही है। इस पर जिला प्रशासन संज्ञान लें।
डॉ.देवीशंकर नागर, खानपुर। 6.सरकारी तंत्र सुदृड़ होना बहुत जरूरी है। पुलिस अधीक्षक व जिला कलक्टर जिले का दौरा करें। दिन में ही महिलाएं सुरक्षित नहीं है। आए दिन घटनाएं हो रही है। जनप्रतिनिधि जागरूक रहें। रोड पर अतिक्रमण हो रहे हैं,कोई देखने वाला नहीं है। जबकि ये तो जिला मुख्यालय है। एक बार कार्रवाई कर देते हैं, दो दिन बाद फिर वही स्थिति हो जाती है।
डॉ.हुकुमचन्द मीणा,खानपुर। 07.शहर में अपराध बहुत बढ़ गए है। चैन स्नैचिंग की घटनाएं खूब हो रही है।अपराधियों में पुलिस का डर समाप्त हो गया है। हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में अपराधी दिन में ही चोरियां कर रहे हैं। रात को पुलिस गश्त नहीं हो रही है।पुलिस से क्राइम कंट्रोल नहीं हो रहा है। इस पर ध्यान देने की जरुरत है।
अमित, झालरापाटन। 8.इंजीनियरिंग कॉलेज बंद होने की कगार पर है। सरकार को ऐसे शिक्षण संस्थान पर ध्यान देने की जरुरत है। शहर की समस्याओं पर चर्चा करने के दौरान जिला प्रशासन के अधिकारियों को भी बुलाने का सुझाव दिया ताकि उनका समाधान हो सके। महिला व बालिका सुरक्षा के लिए पुलिस ध्यान दें। दिन में चैन स्नैचिंग की घटनाओं पर कैसे रोकथाम लगे पुलिस इस परकाम करें।
जया गुप्ता, झालरापाटन। 09.जिले में युवाओं को रोजगार से जोडऩे के लिए सरकार की योजनाएं साकार नहीं हो पा रही है। युवाओं की लोन की फाइलेें निरस्त की जा रही हैं, बैंक के स्तर पर निरस्त की जा रही है। ऐसे में जिले के हजारों युवाओं लोन नहीं ले पा रहे हैं। लीड बैंक मैनेजर व जिला कलक्टर को ध्यान देना चाहिए।शहर में बेहतर पुलिसिंग का दावा, लेकिन शहर में दिन दहाड़े चैन स्नैचिंग हो रही है, शिक्षिकाओं के साथ मारपीट हो रही है इस पर रोक लेंगे।
हिमांशु तिवारी, झालरापाटन।