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रेलवे से मिली केबिल डालने की अनुमति : 2 साल से समस्या से जूझ रहे थे 50 हजार लोगों को होगा फायदा

रेलवे की अनुमति न मिलने से 2 दिन में होने वाले काम के लिए 2 साल से बिजली गुल होने की समस्या से जूझ रहे शहर के करीब 50 हजार लोगों के लिए अच्छी खबर है। रेलवे प्रशासन ने भूतेश्वर फाटक के पास रेलवे लाइन के नीचे से अंडर ग्राउंड बिजली लाइन डालने की अनुमति दे दी है।

सागरOct 06, 2024 / 05:13 pm

Madan Tiwari

करीला सब स्टेशन से मोतीनगर क्षेत्र के लिए डाली जानी है 11केवी लाइन, अगले एक सप्ताह में काम पूरा होने की उम्मीद

सागर. रेलवे की अनुमति न मिलने से 2 दिन में होने वाले काम के लिए 2 साल से बिजली गुल होने की समस्या से जूझ रहे शहर के करीब 50 हजार लोगों के लिए अच्छी खबर है। रेलवे प्रशासन ने भूतेश्वर फाटक के पास रेलवे लाइन के नीचे से अंडर ग्राउंड बिजली लाइन डालने की अनुमति दे दी है। कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि अनुमति मिल गई है अब इस काम को करने में अधिकतम दो दिन का समय लगेगा। कंपनी को रेलवे लाइन के नीचे ड्रिल करके एक पाइप बस डालना है, जिसके सहारे 11केवी लाइन डाली जा सके। अनुमान है कि अगले एक सप्ताह में यह काम पूरा कर लिया जाएगा।

– दो साल पहले क्षतिग्रस्त हुई थी लाइन

बिजली कंपनी के अनुसार करीला सब स्टेशन से मोतीनगर के लिए आई 11केवी बिजली की लाइन करीब 2 साल पहले क्षतिग्रस्त हो गई थी। इस लाइन के सहारे मोतीनगर चौराहे से बड़ा बाजार, कसाई मंडी और लेहदारा नाका तक के लिए बिजली सप्लाई होती थी। लाइन क्षतिग्रस्त होने के बाद पिछले 2 साल से इस क्षेत्र में अस्थाई रूप से धर्मश्री फीडर से बिजली आपूर्ति की जा रही थी।

– इन क्षेत्रों को होगा फायदा

धर्मश्री फीडर पर 2 साल से डबल लोड था, जिसके कारण बार-बार बिजली गुल होने की समस्या होती थी। यहां एक छोटा सा फॉल्ट होने पर धर्मश्री, शीतला माता मंदिर, गुलाब बाबा मंदिर, रविशंकर स्कूल, नरयावली नाका वार्ड, बड़ा बाजार, चमेली चौक, मोहन नगर वार्ड, इतवारा, मोतीनगर, कसाई मंडी, भोपाल रोड आदि क्षेत्र में लगभग रोज ही बिजली गुल होती थी। कंपनी के अनुसार धर्मश्री और मोतीनगर में आने वाले इन क्षेत्रों में करीब 9 हजार बिजली उपभोक्ता है, नई लाइन डलने के बाद इन सभी को बिजली गुल होने की समस्या से निजात मिलेगी।

– 5 लाख की बैंक गांरटी भी दी

बिजली कंपनी लंबे समय से रेलवे से अनुमति मांग रही थी, इसमें कंपनी ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी सोर्स लगवाया, लेकिन प्रक्रिया इतनी जटिल थी कि किसी का सोर्स काम नहीं आया। पिछले माह जैसे-तैसे अनुमति मिली तो पता चला कि अब रेलवे को बैंक गारंटी भी देनी होगी। यह इसलिए कि यदि काम के दौरान कुछ नुकसान होता है तो उसकी भरपाई की जा सके। इसके बाद कंपनी ने 5 लाख रुपए की बैंक गारंटी रेलवे को दी है।

– काम जल्द पूरा करने का प्रयास है

रेलवे से अनुमति मिल गई है, इसके बाद हमारा प्रयास है कि यह काम अगले एक सप्ताह में पूरा हो जाए। इससे शहर के एक बड़े हिस्से के बिजली उपभोक्ताओं को फायदा होगा।
सीएस पटेल, मेंटेनेंस प्रभारी, शहर

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