झालावाड़. माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर ने शिक्षा विभाग में कार्यरत अध्यापकों के लिए अध्यापक कल्याण कोष न्यास से छात्रवृत्ति योजना प्रारम्भ की है। इसका उद्देश्य उनके बेटे-बेटियों को उच्च शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के अंतर्गत सेवारत अध्यापकों के बच्चों को प्रतिवर्ष अधिकतम साढ़े सात हजार रुपए की छात्रवृत्ति दी जाएगी। यह छात्रवृत्ति 12वीं कक्षा उत्तीर्ण कर कॉलेजों में उच्च अध्ययन करने वाले नियमित विद्यार्थियों को दी जाएगी,जो 10 माह के लिए दी जाएगी। छात्रवृत्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन बोर्ड पोर्टल पर 14 नवंबर तक किए जा सकते हैं। छात्रवृत्ति की राशि पाठयक्रम के अनुसार तय की गई है। यह छात्रवृत्ति केवल एक सत्र के लिए परिवार की केवल एक संतान के लिए ही उपलब्ध होगी। नवीनीकरण के लिए हर वर्ष पुन: आवेदन करना होगा। योजना में दिवंगत शिक्षक-शिक्षिका के परिवार को 15 हजार रुपए आर्थिक सहायता के रुप में देय होंगे। इसके अतिरिक्त किसी अध्यापक की बोर्ड परीक्षा कार्य के दौरान ऑनड्यूटी निधन हो जाता है, तो उसके परिवार को दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। गंभीर बीमारी की स्थिति या अपंग होने पर 15 हजार रुपए की सहायता का भी प्रावधान है।
ये दस्तावेज लगाने होंगे- योजना के लिए विद्यार्थी का शिक्षण प्रमाणीकरण, शिक्षक की वर्तमान आंतरिक संस्था द्वारा प्रमाणीकरण, शिक्षक-शिक्षिका स्वयं की वार्षिक आय का प्रमाण पत्र अथवा फॉर्म 16, राशन कार्ड की प्रमाणित प्रतिलिपि बैंक खाते की प्रमाणित पासबुक या निरस्त चैक संलग्न होगा
ये रहेगी पात्रता- -मान्यता प्राप्त विद्यालयों में पांच वर्ष का अध्यापन कार्य किया हो एवं जिसमें से माध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक कक्षाओं में कम से कम दो वर्ष का अध्यापन जरूरी होगा।
-केवल वे शिक्षक जिनका रोजगार पिछले पांच वर्षों से जारी है और जिन्होंने अजमेर बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच कम से कम तीन बार की है पात्र होंगे। -शिक्षक की वार्षिक आय 14 लाख रुपए से कम हो।
इतनी मिलेगी राशि – महाविद्यालय,बीएसटीसी, आईटीआई,एलएलबी, कम्प्यूटर साइंस- 300 रुपए प्रतिमाह -पॉलिटेक्निक डिप्लोमा, नर्सिंग, फार्मेसी – 450 रुपए प्रतिमाह -बीएड एवं एमएड – 600 रुपए प्रतिमाह -मेडिकल, आयुर्वेद, इंजीनियरिंग, एमबीए, वेटनरी, आईआईटी एवं पीएचडी- 750 रुपए प्रतिमाह
इनका कहना है- माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की अध्यापक कल्याण कोष न्यास छात्रवृत्ति योजना कर्मचारी हित में है। पर, सभी कर्मचारी लाभान्वित हो उसके लिए शिक्षण अनुभव एवं उत्तरपुस्तिकाओं की जांच की अधिकतम सीमा पांच एवं तीन वर्ष को घटाकर न्यूनतम एक वर्ष की जानी चाहिए।
सीताराम गौड़, जिलाध्यक्ष शिक्षक संघ, झालावाड़। योजना को लेकर अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं। अधिक से अधिक पात्र शिक्षकों के मेधावी विद्यार्थियों को लाभान्वित करवाएंगे। इसमें कार्मिकों को स्वयं आवेदन करना होगा। आवेदन की अंतिम तिथि 14 नवंबर है।
हेमराज पारेता, जिला शिक्षा अधिकारी, माध्यमिक झालावाड़