ज्ञात हो कि एटीएस की टीम उस होटल में लगभग एक सप्ताह से रुकी हुई थी। पूछताछ के समय हिमांशु नाम का संदिग्ध युवक बाथरूम जाने के बहाने कमरे से निकला। वह होटल की तीसरी मंजिल की गैलरी से कुद गया। सिर के बल नीचे गिरने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मामला दो दिन पुरानी है। इस घटना में गुरुग्राम पुलिस ने मप्र एटीएस की टीम पर हत्या का प्रकरण दर्ज किया है।
डीजीपी ने दिए जांच के आदेश
आपको बता दें कि टीम निरीक्षक राहुल शर्मा के नेतृत्व में टीम गुरुग्राम गई हुई थी। टीम में उप निरीक्षक, प्रधान आरक्षक और आरक्षक भी शामिल हैं। पुलिस हिरासत में मौत का वारदात सामने आने के बाद स्थानीय पुलिस न्यायिक जांच भी करा रही है। दूसरी ओर इस तरह की लापरवाही सामने आने के बाद प्रदेश के डीजी ने विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। राज्य के डीजीपी कैलाश मकवाणा के निर्देश पर आईजी लॉ एण्ड ऑर्डर अंशुमान सिंह को मामले की विभागीय जांच की जिम्मेदारी सोंपी गई है। हालांकि एटीएस की टीम भोपाल आ गई है। एडीजी इंटेलीजेंस योगेश देशमुख ने गुरुग्राम गई टीम के सभी सदस्यों को निलंबित कर दिया है।
एमपी एटीएस का दावा- पूख्ता जानकारी होने पर युवकों को हिरासत में लिया
आपको बता दें कि टीम निरीक्षक राहुल शर्मा के नेतृत्व में टीम गुरुग्राम गई हुई थी। टीम में उप निरीक्षक, प्रधान आरक्षक और आरक्षक भी शामिल हैं। पुलिस हिरासत में मौत का वारदात सामने आने के बाद स्थानीय पुलिस न्यायिक जांच भी करा रही है। दूसरी ओर इस तरह की लापरवाही सामने आने के बाद प्रदेश के डीजी ने विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। राज्य के डीजीपी कैलाश मकवाणा के निर्देश पर आईजी लॉ एण्ड ऑर्डर अंशुमान सिंह को मामले की विभागीय जांच की जिम्मेदारी सोंपी गई है। हालांकि एटीएस की टीम भोपाल आ गई है। एडीजी इंटेलीजेंस योगेश देशमुख ने गुरुग्राम गई टीम के सभी सदस्यों को निलंबित कर दिया है।
एमपी एटीएस का दावा- पूख्ता जानकारी होने पर युवकों को हिरासत में लिया
होटल से छलांग लगाकर हत्या करने वाला हिमांशु बिहार का निवासी है। मृतक युवक के चाचा चंदन कुमार की शिकायत गुरूग्राम पुलिस ने मप्र एटीएस पर हत्या का केस दर्ज किया है। वहीं मामले में सोहना पुलिस होटल के सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग की जांच कर रही है, ताकि घटना के असली कारणों का पता लगाया जा सके। दूसरी ओर एमपी एटीएस का दावा है कि वह टेरर फंडिंग की सूचना के बाद ही चारों युवकों पुछताछ के लिए हिरासत में लिया था। हिमांशु और उसका एक और दोस्त टेरर फंडिंग मामले के मुख्य कर्ता-धर्ता थे।