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दक्षिण राजस्थान में सर्वाधिक धधकते हैं जंगल, उदयपुर में चाहिए फोरेस्ट फायर सेफ्टी सेंटर

प्रदेश के जंगलों में आग की सर्वाधिक घटनाएं दक्षिण राजस्थान में होती है। इनमें भी सर्वाधिक उदयपुर व प्रतापगढ़ जिले में। इसकी बानगी इसी से समझी जा सकती है कि पिछले सवा दो साल में ही उदयपुर जिले में 3013 तो प्रतापगढ़ में 1975 बार जंगल धधके।

उदयपुरApr 19, 2024 / 11:31 pm

Rudresh Sharma

प्रदेश के जंगलों में आग की सर्वाधिक घटनाएं दक्षिण राजस्थान में होती है। इनमें भी सर्वाधिक उदयपुर व प्रतापगढ़ जिले में। इसकी बानगी इसी से समझी जा सकती है कि पिछले सवा दो साल में ही उदयपुर जिले में 3013 तो प्रतापगढ़ में 1975 बार जंगल धधके। तलहटी क्षेत्र में लगने वाली आग पर तो दमकल के माध्यम से काबू कर लिया जाता है, लेकिन ऊंचाई पर लगने वाली आग पर नियंत्रण मुश्किल होता है। ऐसे में उदयपुर में फॉरेस्ट फायर सेफ्टी सेंटर की जरूरत महसूस की जा रही है। ताकि प्रशिक्षित फायर फायटर आधुनिक तरीके से दावानल पर काबू पा सके।

दरअसल, फॉरेस्ट फायर सेफ्टी सेंटर की शक्ल में तो नहीं, लेकिन कुछ इससे ही मिलते जुलते प्रस्ताव उदयपुर वन विभाग की ओर से पिछले वित्तीय वर्ष में राज्य सरकार को भेजे गए थे। जिसमें उदयपुर में अग्नि रोकथाम प्रशिक्षण केंद्र अर्थात फायर सेफ्टी सेंटर के लिए भी साठ लाख रुपए का प्रावधान था। कुल दस करोड़ रुपए के इन प्रस्ताव में ‘हाई लेवल ट्रेनिंग एंड मॉडर्न इक्वीपमेंट फॉर फायर प्रोटेक्शन’ के तहत जंगल की आग पर नियंत्रण के लिए विभिन्न कार्य किए जाने थे। ये प्रस्ताव संभाग के जंगलों में लगने वाली आग की घटनाओं पर रोकथाम के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की उदयपुर में ही की गई घोषणा के तहत बनाए गए। जो फिलहाल राज्य सरकार के पास विचाराधीन है।

ये थे प्रस्ताव के प्रमुख बिंदु

  • उदयपुर में अग्नि रोकथाम प्रशिक्षण केंद्र- आधुनिक अग्निशमन उपकरणों की प्रदर्शनी
  • फायर फाइटिंग सेल अथवा कंट्रोल रूम निर्माण- उदयपुर, चित्तौड़, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, डूंगरपुर में ग्रामीणों की कार्यशालाएं
  • फायर बीटर्स, पॉवर ब्लोअर, प्रोटेक्टिव क्लॉथ जैसे उपकरणों की खरीद- वन क्षेत्रों में छह मीटर चौड़ी नई अग्नि पट्टिकाओं का निर्माण व पुरानी का रखरखाव
  • संभाग के जंगलों में वॉच टॉवर के निर्माण- संवेदनशील वन क्षेत्रों में स्टाफ के लिए बैरक निर्माण
  • अस्थायी फायर वाचर्स की नियुक्ति- अग्नि प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंच के लिए जीप की खरीद
  • अग्निशमन वाहन, ट्रेक्टर, टैंकर, पम्प आदि की खरीद

प्रदेश के सर्वाधिक वनाच्छादित जिलों में आग की घटनाओं पर एक नजर

जिला202220232024 (17 अप्रेल तक)कुल घटनाएं
उदयपुर12644931256 3013
प्रतापगढ़392597986 1975
बांसवाड़ा131117157  405
डूंगरपुर14173235  449
राजसमंद15447209 410
चित्तौड़गढ़161105143  409
सिरोही185 3760  282
पाली87 62130 279
बारां14920259 412
बूंदी 68 8808 164

उदयपुर संभाग में जंगलों में आग की घटनाएं काफी अधिक होती हैं। इन पर नियंत्रण के लिए पूर्व में ‘हाई लेवल ट्रेनिंग एंड मॉडर्न इक्वीपमेंट फॉर फायर प्रोटेक्शन’ के प्रस्ताव सरकार को भिजवाए गए थे। जो अभी राज्य सरकार के पास विचाराधीन है।

– मुकेश सैनी, उपवन संरक्षक उदयपुर

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