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पर्चे पर सरकारी वकीलों के नाम, कोर्ट में चस्पा इन कागजों में ऐसा क्या लिखा कि दर्ज करनी पड़ी FIR?

High Court:: अतिरिक्त महाधिवक्ता व सरकारी वकीलों के नाम लिखे पर्चे ग्वालियर हाईकोर्ट रूम में चस्पा, इन्हें पढ़ते ही कर दी गई FIR दर्ज, जानें क्या है मामला?

ग्वालियरOct 26, 2024 / 08:44 am

Sanjana Kumar

High Court Gwalior: ग्वालियर हाईकोर्ट के कॉरिडोर में चिपकाए गए विवादास्पद पर्चे चर्चा में बने रहे। बार रूम के बाहर अतिरिक्त महाधिवक्ता व सरकारी वकीलों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए पर्चे चिपका दिए गए। इनमें सरकारी वकीलों की नियुक्ति में की धांधली और वसूली का जिक्र किया गया था। मामला तूल पकड़ने पर पर्चे चिपकाने पर पूर्व शासकीय अधिवक्ता गिरधारी सिंह चौहान पर एफआईआर दर्ज की गई। इसमें एक अन्य अज्ञात आरोपी बनाया गया है।

यहां जानें पूरा मामला


दरअसल पूर्व शासकीय अधिवक्ता गिरधारी सिंह चौहान ने ग्वालियर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के कोर्ट रूम के बाहर पर्चे चिपका दिए। इन पर्चों के चिपकने के बाद कोर्ट के गलियारों में पढ़ने वालों की भीड़ लग गई। फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। यह पर्चे अतिरिक्त महाधिवक्ता सहित शासकीय अधिवक्ताओं के पास पहुंचा। इन पर्चों को फाड़ा गया। सीसीटीवी में देखा कि किसने पर्चे चिपकाए हैं, उसका खुलासा होने के बाद एफआईआर दर्ज कराई गई।
पर्चे में लिखा… अयोग्य, भ्रष्ट शासकीय अधिवक्ता पद पर आए

  • पर्चे में लिखा गया कि महाधिवक्ता कार्यालय में 17 नए शासकीय अधिवक्ता बनाए गए थे। इसमें अधिकतर अयोग्य व भ्रष्टों की भर्ती हो गई है। दीपेंद्र कुशवाह ने पैसे लेकर नियुक्तियां कराई हैं। खुद महत्वपूर्ण पद पर बैठ गए। जिन अधिवक्ताओं ने नियुक्ति के लिए पैसे दिए हैं, उन्होंने नाम खुलासा न करने की शर्त पर यह बताया है।
  • भ्रष्ट व अयोग्य वकील पक्षकार व पक्षकारों के वकीलों से संपर्क करके पैसे मांगते हैं। इसके समय पर आरोप भी लगे हैं। हाल में शासकीय अधिवक्ता भानुप्रताप सिंह पर पैसे मांगने का आरोप लगाया था।
  • सरकारी अधिवक्ता हाईकोर्ट में शासन का पक्ष ठीक से नहीं रख पा रहे हैं। शासकीय अधिवक्ता मान सिंह जादौन को लेकर कोर्ट ने नाराजगी भी जताई थी।
  • शासकीय अधिवक्ता अंकिता माथुर को लेकर हाईकोर्ट जज ने भी टिप्पणी की थी। राजनीतिक दल के नाम पर 5 से 10 हजार रुपए मांगे जाते हैं।
  • महाधिवक्ता कार्यालय भ्रष्टाचार व अनियमिताओं का केंद्र बन चुका है। शासन का पक्ष ठीक से नहीं रखने की वजह से लोग को न्याय नहीं मिल पा रहा है।

एफआईआर में… आरोपों को मनगढंत बता छवि बिगाड़ने का उल्लेख


शासकीय अधिवक्ता अंकिता माथुर ने विश्वविद्यालय थाने में शिकायत की। उन्होंने आरोप लगाया कि गिरधारी चौहान ने मनगढ़ंत आरोप लगाकर उनकी छवि खराब करने कोशिश की है। अतिरिक्त महाधिवक्ता दीपेंद्र कुशवाह, शासकीय अधिवक्ता भानू प्रताप सिंह चौहान, मान सिंह जादौन की भी छवि खराब की है। झूठे साक्ष्य तैयार किए हैं। गिरधारी चौहान को सीसीटीवी में पर्चे चिपकाते हुए देखा है। पुलिस ने इस आवेदन पर गिरधारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली।


पर्चे में कोई सत्यता नहीं है

मैं कहां से जिम्मेदार हूं पर्चे में कोई सत्यता नहीं है। अतिरिक्त महाधिवक्ता व सरकारी अधिवक्ताओं की नियुक्ति सरकार ने की है। मेरी भी नियुक्ति सरकार से है। इसके लिए मैं कहां से जिम्मेदार हूं। सरकारी वकीलों इसको लेकर एफआईआर भी दर्ज कराई है।
-दीपेंद्र कुशवाह, अतिरिक्त महाधिवक्ता

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