– सरकारी कागज पर अंक लिखे मिले
सानौधा थाने के अंदर जुआ खेलने वाले पुलिसकर्मी सरकारी कागजों पर हर चाल में मिले अंक लिखते थे। पत्रिका को ऐसे दो कागज मिले हैं, जिन पर खेल की चाल के बाद मिले अंक लिखे हुए हैं, इनमें पुलिसकर्मियों के नाम का पहला अक्षर भी लिखा हुआ है। यह सरकारी कागज मई में नए कानून (बीएनएस) लागू होने के पहले जेएनपी (जवाहर लाल नेहरू पुलिस अकादमी) में आयोजित तीन दिवसीय ट्रेनिंग के फीडबैक फार्म हैं।
– सीसीटीवी की पड़ताल हो तो कई और मिलेंगे
जुआरी थाने के जिस कक्ष में ताश के 52 पत्तों पर जीत-हार का दांव लगाते थे वहां पर सीसीटीवी कैमरा भी लगा है। यदि अधिकारी मामले को गंभीरता से लें और उस सीसीटीवी की फुटेज खंगालें तो बताया जा रहा है कि थाने के एसआई, एएसआई, प्रधान आरक्षकों के साथ कुछ महिला पुलिसकर्मी भी ताश खेलते हुए नजर आ सकती हैं।
– पूर्व थाना प्रभारी की भूमिका भी संदिग्ध
सानौधा थाने में पुलिसकर्मी शराब कंपनी के गुर्गों के साथ जुआ फड़ संचालित कर रहे थे, जबकि थाने में कैमरे लगे हुए हैं। इस पूरे मामले में एक सप्ताह पहले हटाए गए थाना प्रभारी गौरव गुप्ता की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है। क्योंकि थाने में चल रहे जुआ फड़ को लेकर न तो उन्होंने कोई कार्रवाई की और न ही वरिष्ठ अधिकारियों तक इस बात की सूचना दी। – 3 को हटाया है
थाने के अंदर ताश खेलने का मामला सामने आया था, जिसके बाद सानौधा में पदस्थ 3 पुलिसकर्मियों को हटाते हुए लाइन हाजिर किया है।
विकास कुमार शाहवाल, पुलिस अधीक्षक