Bengaluru City के उप वन संरक्षक एन. रवींद्र कुमार ने बताया कि बेंगलूरु-कनकपुर सड़क को चौड़ा किए जाने के दौरान, वन विभाग ने 2017 में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के समक्ष हाथियों के लिए सड़क पार करने के लिए सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित करने का प्रस्ताव रखा था। शुरुआत में, एक अंडरपास का प्रस्ताव रखा गया था, लेकिन यह संभव नहीं पाया। इसके बाद एक ओवरपास बनाया गया।हाल ही में ओवरपास पर पौधे भी लगाए गए हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि पेड़ों की अच्छी आच्छादन हो और हाथी इसका उपयोग करने के आदी हो जाएं।
ऐसा कहा जाता है कि Elephant corridor के इसी हिस्से का उपयोग करते हुए हाथी परंपरागत रूप से बीएनपी और सवनदुर्ग वन के बीच आवागमन करते हैं। हालांकि, विभिन्न विकास कार्यों और अन्य मानवीय गतिविधियों के कारण हाथियों ने इसका इस्तेमाल बंद कर दिया।