नकली मां बनी, काउंसलिंग में खुला राज
प्रकरण के अनुसार आरोपी रामजस व लालचंद ने नौकरी लगवाने का झांसा देकर नाबालिग लडक़ी को हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में पूजा के पास उसके मकान में दस दिनों तक रखा। वहां लालचंद ने नाबालिग से बलात्कार किया। इसके बाद सभी आरोपियों ने पीडि़ता को चिह्नित लोगों के साथ मेल-जोल बढ़ाने तथा बाद में उनके खिलाफ बलात्कार के आरोप में मामला दर्ज कराने का भय दिखाकर रुपए हड़पने के लिए कहा। इसके लिए आरोपी संगरिया थाने पीडि़ता को लेकर गए। वहां आरोपी महिला पूजा ने पीडि़ता की माता बनकर किसी चिह्नित व्यक्ति के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कराने को पेश हुई। संगरिया थाना प्रभारी तेजवंत सिंह ने महिला कांस्टेबल के जरिए पीडि़ता की काउंसलिंग कराई तो मामला खुला। पीडि़त बालिका ने पुलिस को बताया कि पूजा उसकी माता नहीं है। आरोपी उसको डरा धमका कर जबरन यहां बलात्कार का मामला दर्ज कराने के लिए लेकर आए हैं। इस पर थाना प्रभारी ने पीडि़ता की वास्तविक माता को तलब करवा कर उसके सुपुर्द बालिका को किया। साथ ही बाल कल्याण समिति को भी सूचित कर दिया। समिति अध्यक्ष जितेन्द्र गोयल ने पीडि़ता व उसकी माता से घटना की जानकारी लेकर मामला दर्ज कराने को लेकर परिवाद पेश किया।
लिव इन में आरोपी
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी लालचंद पिछले तीन-चार साल से आरोपिता पूजा के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह रहा है। उसके जरिए ही आरोपी गैंग चलाकर ठगी की वारदातों को अंजाम देते थे। आरोपियों की गिरफ्तारी में विशेष भूमिका सउनि जसकरण सिंह सुरेशिया चौकी प्रभारी, एचसी सुखविन्द्र सिंह व कांस्टेबल विक्रस सिंह महिला थाना की रही।