चूनावढ़. जीजी माइनर नहर के टेल जी सागर के चक 15 जी व 16 जी के किसानों ने बुधवार को टेल पर नहर में
सिंचाई पानी की कमी के चलते टेल पर नहर में मिट्टी डाल कर बंद कर दिया और धरने पर बैठ गए। किसानों ने जल संसाधन विभाग के एसई को ज्ञापन भेज कर अपनी मांग के बारे में अवगत करवाया है।
जानकारी के अनुसार किसानों ने बताया कि जी सागर नहर एक डेढ़ साल पहले नई बनाई गई है। उनकी जमीन टेल पर है। पानी का हिस्सा पूरा नहीं हो रहा है। ऐसे में फसलों की बिजाई प्रभावित हो रही है। जब यह नहर नई बन रही थी तो नहर के काश्तकारों ने ठेकेदार को बताया था कि इस नहर का लेवल सही नहीं होने के मोघे से ङ्क्षसचाई पानी खेतों में नहीं लगेगा। ठेकेदार ने कोई जवाब नहीं दिया और नहर को बना दिया। काश्तकारों ने कहा टेल के किसानों को पूरा पानी दिया जाए ताकि खेतों में फसलों की अच्छी तरह से बिजाई हो सके। किसानों ने नहर का लेवल सही करने की मांग की है।
सिंचाई पानी की कमी के चलते टेल पर नहर में मिट्टी डाल कर बंद कर दिया और धरने पर बैठ गए। किसानों ने जल संसाधन विभाग के एसई को ज्ञापन भेज कर अपनी मांग के बारे में अवगत करवाया है।
जानकारी के अनुसार किसानों ने बताया कि जी सागर नहर एक डेढ़ साल पहले नई बनाई गई है। उनकी जमीन टेल पर है। पानी का हिस्सा पूरा नहीं हो रहा है। ऐसे में फसलों की बिजाई प्रभावित हो रही है। जब यह नहर नई बन रही थी तो नहर के काश्तकारों ने ठेकेदार को बताया था कि इस नहर का लेवल सही नहीं होने के मोघे से ङ्क्षसचाई पानी खेतों में नहीं लगेगा। ठेकेदार ने कोई जवाब नहीं दिया और नहर को बना दिया। काश्तकारों ने कहा टेल के किसानों को पूरा पानी दिया जाए ताकि खेतों में फसलों की अच्छी तरह से बिजाई हो सके। किसानों ने नहर का लेवल सही करने की मांग की है।
नहर का लेवल बना परेशानी का सबक
खेतों में खडी़ खरीफ की फसल को सही ढंग से पानी नहीं लग रहा है। न ही अच्छी तरह से बिजाई हो पा रही है। जिस कारण काश्तकारों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। किसानों ने सोमवार को जल संसाधन विभाग को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। इसके बावजूद किसानों की सुनवाई नहीं हुई। लेकिन अधिकारीयों की अनदेखी के कारण बुधवार को 93 मुरब्बों के लगभग दो सौ किसानों द्वारा जीजी माइनर नहर की जी सागर में मिट्टी डालकर नहर को बंद कर अनिश्चितकालीन धरना दिया।किसानों की एएईन व जेईएन से वार्ता रही विफल
सूचना मिलने पर संबंधित विभाग के एएईन रेखा सिंचाई विभाग व जेईएन रचनासिंचाई विभाग व चूनावढ़ नायब तहसीलदार मोहर सिंह मौके पर पहुंचे। चूनावढ़ पुलिस व थाना एसएचओ राजीव रॉयल की मौजूदगी में काश्तकारों के साथ समझौता वार्ता की लेकिन वार्ता विफल रही और संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा गुरुवार को फिर वार्ता की बात कही।