– फर्जी बिल जारी किए
जिला विपणन अधिकारी राखी रघुवंशी ने बताया कि शनिवार को महाराजपुर स्थित सोधिया वेयर हाउस में संचालित खरीदी केंद्र पर स्टॉक कम मिला था। केंद्र प्रभारी का कहना था कि उन्होंने किसानों के स्लॉट बुक कर दिए थे आखिरी तारीख निकल रही थी तो बिल जारी कर दिए। इससे स्पष्ट है कि किसानों के नाम पर फर्जी बिल काटे गए हैं। वहीं वेयर हाउस में नियम विरुद्ध तरीके से संचालक का लहसुन भी भंडारित मिला है।
– बिल बनना बंद, लेकिन तुलाई जारी
महाराजपुर के अन्नपूर्णा वेयर हाउस में संचालित बेलढाना सहकारी समिति को पहले ही जिला प्रशासन नोटिस जारी कर चुका है, इसके बाद यहां जांच दल को भी अनियमिताएं मिलीं हैं। विपणन के अनुसार समिति के दस्तावेजों और मौजूद माल के स्टॉक में अंतर है। 26 जुलाई के बाद से बिल जारी होना बंद है, लेकिन वेयर हाउस पर मूंग से भरे ट्रैक्टर-टॉली खड़े मिले, यानी यहां भी बिल काटने के बाद खरीदी की जा रही है।
– 250 क्विंटल कम मिला स्टॉक
राहतगढ़ क्षेत्र की बेरखेड़ी सड़क सहकारी समिति में भी झोल सामने आया है। यहां समिति ने 25-26 जुलाई को बिल काट दिए थे, लेकिन यहां इसके बाद भी करीब 250 क्विंटल मूंग कम मिली है। केंद्र पर जो अलग-अलग किसानों से खरीदी मूंग को पाला कर बोरियों में भरा जा रहा है।
– यहां भी मिली अनियमितताएं
विपणन द्वारा की गई जांच में जिले के शाहगढ़, जैसीनगर, रहली क्षेत्र में भी गंभीर अनियमितताएं सामने आईं हैं। अधिकांश खरीदी केंद्रों पर खरीदी के दौरान उपज की गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया है। खरीदी गई मूंग में मिट्टी, छोटे-बड़े दाने, दाल, कचरा मिक्स मिला है। वहीं फर्जी खरीदी दर्शाकर घालमेल करने के प्रयास के प्रमाण भी मिले हैं। जिला विपणन अधिकारी ने समितियों को नोटिस जारी कर ग्रेडिंग करते हुए माल की गुणवत्ता सुधारने तीन दिन का समय दिया और न करने की स्थिति में समिति को ब्लैक लिस्टेड करने की बात की जा रही है।
– फैक्ट फाइल
– 38 केंद्र खरीदी कें लिए संचालित – 19 जुलाई को स्लॉट बुकिंग बंद – 26 जुलाई के बाद बिल जारी होना बंद – 16089 किसानों के नाम हुए पंजीयन – 10190 किसानों से हो चुकी खरीदी – 19306 मीट्रिक टन मूंग खरीदी जा चुकी
– सभी केंद्रों की जांच होगी
भोपाल से गठित टीम सभी 38 खरीदी केंद्रों की जांच करेगी, अभी देवरी, महाराजपुर, केसली क्षेत्र में जांच की है, जहां स्टॉक कम और गुणवत्तायुक्त नहीं मिला। जांच रिपोर्ट आगामी कार्रवाई के लिए कलेक्टर को सौंपी जाएगी। राखी रघुवंशी, जिला विपणन अधिकारी