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करंट मार रहा विद्युत शवदाह गृह, उपयोग न के बराबर, बिजली बिल लाख रुपए आ रहा

नगर निगम को चारों ओर से बिजली के झटके लग रहे हैं। शहर में करीब 156 बिजली कनेक्शन संचालित कर रहे नगर निगम के कई पाइंट ऐसे हैं, जिनमें बिना उपयोग के भी लाखों रुपए का भुगतान करना पड़ रहा है। इसमें एक नरयावली नाका मुक्तिधाम में तैयार किया गया विद्युत शवदाह गृह भी शामिल है।

सागरAug 31, 2024 / 05:14 pm

Madan Tiwari

महीने में एक-दो बार उपयोग होने के बाद भी हर माह 15 से 17 हजार यूनिट बिजली की खपत – लॉक डाउन के पहले लगभग एक करोड़ रुपए से तैयार किया था विद्युत शवदाह गृह

सागर. नगर निगम को चारों ओर से बिजली के झटके लग रहे हैं। शहर में करीब 156 बिजली कनेक्शन संचालित कर रहे नगर निगम के कई पाइंट ऐसे हैं, जिनमें बिना उपयोग के भी लाखों रुपए का भुगतान करना पड़ रहा है। इसमें एक नरयावली नाका मुक्तिधाम में तैयार किया गया विद्युत शवदाह गृह भी शामिल है। जिसका उपयोग तो बमुश्किल महीन में एक या दो बार होता है, लेकिन हर माह इसमें 15 से 17 हजार यूनिट बिजली की खपत हो रही है, जिसका बिल एक लाख रुपए के करीब जारी होता है।

– एक करोड़ रुपए से तैयार हुआ था

स्मार्ट सिटी ने लॉक डाउन के पहले शहर में पहले विद्युत शवदाह गृह का निर्माण शुरू किया था। नरयावली नाका मुक्तिधाम में इसे बनाने में लगभग एक करोड़ रुपए का खर्चा आया था। इसके बाद लॉकडाउन के समय तो इसका थोड़ा-बहुत उपयोग हुआ, लेकिन इसके बाद स्थिति है कि लोग इसका उपयोग करने की जगह धार्मिक रीति-रिवाजों से अपनों का अंतिम संस्कार करने के पक्ष में रहते हैं। –

– उपयोग नहीं तो खपत क्यों ?

नगर निगम से मिली जानकारी के अनुसार विद्युत शवदाह गृह का उपयोग न के बराबर है, लेकिन बिजली कंपनी जो बिल जारी कर रही है उसके हिसाब से पिछले 6 माह में 88125 यूनिट बिजली की खपत हुई है। जुलाई माह में ही 15731 यूनिट का 88125 रुपए का बिल जारी हुआ है। यहां सवाल यह है कि जब मशीन का उपयोग न के बराबर हो रहा है तो हजारों यूनिट की खपत कैसे हो रही है ?

– यहां पद्माकर सभागार सफेद हाथी बना

मोतीनगर चौराहे के पास 3 साल पहले 14.35 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हुआ महाकवि पद्माकर सभागार को भी जनप्रतिनिधि सफेद हाथी की संज्ञा दे रहे हैं। सभागार से नगर निगम को आय हर माह लगभग 25 हजार रुपए की हो रही है, लेकिन इसका बिजली बिल एक लाख रुपए के आसपास आता है, जिसका वर्तमान में 18 लाख रुपए का बिजली बिल बकाया है। इसको लेकर बीते दिनों साधारण सभा की बैठक में चर्चा भी हुई, जिसमें सभागार से आय बढ़ाने की बात कही गई।

– शवदाह गृह में पिछले 6 माह में ऐसे हुई खपत

माह, कुल खपत

फरवरी, 8887

मार्च, 13664

अप्रेल, 17537

मई, 13063

जून, 14301
जुलाई, 15731

– ज्यादा बिल वाले पाइंट चिन्हित कर रहे

नगर निगम के ऐसे बिजली कनेक्शन को चिन्हित किया जा रहा है, जो लगभग अनुपयोगी हैं और लाखों रुपए बिजली बिल आ रहा है। ऐसे कनेक्शनों को कटवाया भी जाएगा। विद्युत शवदाह गृह में जरूरत के हिसाब से जनरेटर या सोलर की व्यवस्था करेंगे।
राजकुमार खत्री, आयुक्त, नगर निगम

– यहां पद्माकर सभागार सफेद हाथी बना

मोतीनगर चौराहे के पास 3 साल पहले 14.35 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हुआ महाकवि पद्माकर सभागार को भी जनप्रतिनिधि सफेद हाथी की संज्ञा दे रहे हैं। सभागार से नगर निगम को आय हर माह लगभग 25 हजार रुपए की हो रही है, लेकिन इसका बिजली बिल एक लाख रुपए के आसपास आता है, जिसका वर्तमान में 18 लाख रुपए का बिजली बिल बकाया है। इसको लेकर बीते दिनों साधारण सभा की बैठक में चर्चा भी हुई, जिसमें सभागार से आय बढ़ाने की बात कही गई।

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