गरीब व आदिवासी परिवार से हैं अधिकांश विद्यार्थी, प्रशासन ने कराई थी कोचिंग की व्यवस्थाडिंडौरी. आदिवासी अंचलो से आने वाले 26 छात्र छात्राओं ने नीट परीक्षा मे पहले ही प्रयास मे सफलता अर्जित की है। यह न सिर्फ जिले के लिए बल्कि पूरे संभाग के लिए गौरव का विषय बना हुआ है। गरीब व आदिवासी […]
गरीब व आदिवासी परिवार से हैं अधिकांश विद्यार्थी, प्रशासन ने कराई थी कोचिंग की व्यवस्था
डिंडौरी. आदिवासी अंचलो से आने वाले 26 छात्र छात्राओं ने नीट परीक्षा मे पहले ही प्रयास मे सफलता अर्जित की है। यह न सिर्फ जिले के लिए बल्कि पूरे संभाग के लिए गौरव का विषय बना हुआ है। गरीब व आदिवासी परिवार से होने के बाद भी इन छात्र-छात्राओं ने अपनी लगन व मेहनत के दम पर इस मुकाम को हासिल किया है। इसमें आदिवासी व गरीब परिवारों के बच्चों को आगे बढ़ाने किए जा रहे प्रयासों व नवाचारों का भी विशेष सहयोग रहा है। यही वजह है कि 2024 मे 12 वीं की परीक्षा मे सफलता प्राप्त करने के साथ ही इन छात्रों ने पहले ही प्रयास मे नीट की परीक्षा में भी सफलता हासिल की है।
मेहनत मजदूरी करते हैं माता-पिता
जहां चाह वहां राह इस कहावत को जिले के इन 26 आदिवासी व गरीब बच्चों ने चरितार्थ किया है। यह बच्चे बेहद ही गरीब परिवार से ताल्लूक रखते हैं। इनके माता पिता दिहाड़ी या फिर मनरेगा में मजदूरी करते हैं। कुछ बच्चों के माता पिता दूसरे प्रदेशो या अन्य जिलों मे मजदूरी का कार्य कर रहे है। ऐसे परिवार के बच्चों ने नीट की परीक्षा में सफलता अर्जित कर अपने माता पिता और जिले का नाम रोशन किया है।
विज्ञान संकाय के छात्रों को चुनकर दिलाई कोचिंग
जिले के जिन 26 बच्चों ने नीट 2024 मे सफलता अर्जित की है उनमे से 25 अनुसूचित जनजाति वर्ग के बीपीएल परिवार से हैं। इन बच्चों की सफलता में कहीं न कहीं जिला प्रशासन का भी पूर्ण सहयोग रहा है। अनुसूचित जनजाति संवर्ग के छात्र छात्राओं को नीट की परीक्षा के संबंध में जानकारी नहीं थी। कलेक्टर विकास मिश्रा ने जनजातीय कार्य विभाग के विशेष प्रयास से विज्ञान संकाय के बच्चों की काउसलिंग कराकर नीट की परीक्षा में सम्मिलित कराया। इन छात्र-छात्रओं की कक्षा 12वीं मे भी नियमित कक्षा लगाकर अतिरिक्त कोंचिग कराई गई। संस्था के प्राचार्य एवं शिक्षकों की मेहनत से इन बच्चों ने सफलता हासिल की है। संबंधित स्कूलों के प्रचार्यो को छात्र-छात्राओं को परीक्षा में सम्मिलित कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
जिले में बनाए गए थे 14 प्रशिक्षण केंद्र
छात्र-छात्राओं की सुविधा को देखते हुए जिले भर मे 14 प्रशिक्षण केंद्र बनाए गए थे। उत्कृष्ट विद्यालय डिंडौरी, एकलव्य विद्यालय डिंडौरी, कन्या शिक्षा परिसर डिंडौरी, एकलव्य विद्यालय करंजिया, उत्कृष्ट विद्यालय करंजिया, कन्या शिक्षा परिसर बजाग, उत्कृष्ट विद्यालय बाजाग, उत्कृष्ट विद्यालय शहपुरा, एकलव्य विद्यालय शहपुरा, उत्कृष्ट विद्यालय मेंहदवानी, एकलव्य विद्यालय मेंहदवानी, उत्कृष्ट विद्यालय अमरपुर में यह प्रशिक्षण केंद्र बनाए गए थे।
इन बच्चों ने प्राप्त की सफलता
जिन बच्चों ने नीट परीक्षा मे सफलता प्राप्त की उनमे मंजू लता मरावी, तृप्ति सैयाम, निशा मरावी, अर्चना, मधु बाई, स्वागता मरावी कन्या शिक्षा परिसर डिंडौरी, नंदिनी परस्ते उत्कृष्ट विद्यालय शहपुरा से अरुण कुमार धुर्वे, सृष्टि मरकाम, राजकरण सरैया, हिमानी मरावी, नीलम कुंजम, अनुराग सिंह मालवीय, राजेश्वरी धुर्वे, सुलेखा धुर्वे एकलव्य विद्यालय डिंडौरी से प्रवीण कुमार साहू, उत्कृष्ट विद्यालय शाहपुरा से सुमित कुमार साहू, उत्कृष्ट विद्यालय मेंहदवानी से प्रियंका ऊरवे, कन्या मेंहदवानी से रुक्मणी पंद्राम, खुशबू मरावी, एकलव्य विद्यालय मेंहदवानी से रामचरण, उत्कृष्ट विद्यालय समनापुर से सृष्टि मरावी, कन्या समनापुर से संस्कृति साहू, सीएम राईज शहपुरा से दामिनी परस्ते, कन्या शिक्षा परिसर बजाग से सौरभ कुमार यादव, उत्कृष्ट विद्यालय डिंडौरी से चंद्रावती मार्को शामिल है।
जिला प्रशासन ने कराई व्यवस्था
इन बच्चों के लिए संबंधित पुस्तकें, प्रश्न बैंक, विगत वर्ष के पेपर एवं शिक्षकों की व्यवस्था साहित कोंचिग की व्यवस्था जिला प्रशासन ने कराई थी। इसके अलावा सभी प्रशिक्षण केन्द्रो का समय-समय पर निरीक्षण एवं समय-समय पर प्रोत्साहन एवं मार्गदर्शन दिया गया। इससे जिले में पहली बार 26 बच्चों ने नीट परीक्षा क्वालीफाई कर मेंडिकल मे प्रवेश लेंगे। 26 चयनित बच्चों में 17 बालिकाएं एवं 9 बालक है।
छात्रावासों में रहकर कर रहे थे पढ़ाई
सभी बच्चे जनजातीय कार्य विभाग के छात्रावासों मे रहकर यह विशिष्ट परीक्षा उत्तीर्ण की है। बच्चों के मेडिकल कॉलेज में दाखिले को लेकर उनके माता पिता बेहद खुश है एवं परिवार में उत्साह का महौल है। चयनित छात्र छात्राओं के कांंउसलिग, मेडिकल कॉलेज में प्रवेश इत्यादि के मार्गदर्शन एवं सहायता के लिए संस्था के सभी प्राचार्यों को डॉ संतोष शुक्ला सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग ने निर्देशित किया है।
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