आपातकालीन वाहन भी गांव नहीं पहुंचते ग्रामीणों ने बताया गया कि पथरीले रास्ते की वजह से गांव में आपातकालीन 108, डायल 100 तथा जननी एक्सप्रेस वाहन भी नहीं पहुंच पाते हैं। मजबूरन मरीज को खाट पर टांग कर लगभग 2 किलोमीटर चलकर मुख्य मार्ग तक आना पड़ता है। बारिश के दिनों में तो परेशानी और भी बढ़ जाती है जहां मिट्टी का कटाव होने के कारण मार्ग और पथरीला हो जाता हैै। ग्रामीणों ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत तथा कलेक्टर से उनकी समस्या को देखते हुए समाधान की मांग की है।
अनूपपुर नगर की सड़कों पर घूम रहे छुट्टा मवेशी, बन रहे हादसों का कारण अनूपपुर. अपर कलेक्टर अमन वैष्णव ने आवारा मवेशियों के संबंध में जिले के सभी एसडीएम को निर्देशित करते हुए इन्हें गौशालाओं में रखे जाने के निर्देश दिए थे। इस निर्देश का जिला मुख्यालय में ही पालन होता नजर नहीं आ रहा है, जहां छुट्टा मवेशियों के कारण सड़क पर दुर्घटना की आशंका बन जाती है। नगर पालिका क्षेत्र में हाका गैंग होने के बावजूद इन्हें नहीं पकड़ा जा रहा है। काऊ कैचर वाहन का भी कहीं कोई पता नहीं है जिसके कारण यह आवारा मवेशी आए दिन लोगों को घायल कर रहे हैं। गौरतलब है कि अपर कलेक्टर ने जिले के अनूपपुर, कोतमा, जैतहरी एवं पुष्पराजगढ़ एसडीएम को निर्देश दिए थे कि ग्राम पंचायत क्षेत्रों के प्रमुख मार्ग चिन्हित हो तथा इन क्षेत्रों के आसपास के ग्रामों में कितने छुट्टा गौवंश हैं, उनका आंकलन प्राथमिकता के आधार पर किया जाए।