नया जेल 600 कैदी की क्षमता वाला होगा। जिसमें 9 बैरक होगी। इसमें इंट्रेंस प्लाजा, 2 गॉर्ड रूम, भर्ती कक्ष, प्रशासनिक भवन, अस्पताल भवन, अनाज भंडार, रसोई व डाइनिंग हॉल, वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर, महिला और पुरुष कैदियों के लिए अलग-अलग वर्कशॉप, वीसी रूम और लाइब्रेरी जैसी सुविधाएं होगी। इसके अलावा करीब 300 सीटर सभाकक्ष, 20 मीटर ऊंचे वॉच टॉवर और ओपन जेल जैसी व्यवस्थाएं भी लैस रहेगी।
नई जेल के साथ अधिकारी-कर्मचारियों के लिए 76 नए क्वाटर्स भी यहां बनाए जाएंगे। जिसमें 2 ई-टाइप क्वाटर, 4 एफ टाइप, 20 जी टाइप, 48 एच टाइप और 2 आई टाइप क्वाटर्स बनाए जाएंगे। इसके अलावा कम्यूनिटी हॉल भी इसमें होगा। यहां हाइ सिक्योरिटी बाउंड्रीवॉल, सोलर पैनल 100 केवीए के साथ-साथ बच्चों के लिए गॉर्डन जैसी व्यवस्थाएं भी होगी। इसके अलावा रोड, नाली, विद्युतीकरण, ओवरहेड टैंक, संपवेल, सीवेज ट्रीटमेंट, प्लांट, परेड ग्राउंड, खेल मैदान, लैंड स्केपिंग, फॉयर फाइटिंग की व्यवस्थाएं भी रहेगी।
इस बड़े प्रोजेक्ट के लिए शासन की ओर से हाउसिंग बोर्ड को अधिकृत किया गया है। जिसके द्वारा इस टेंडर भी जारी कर दिया गया है। विभाग के अनुसार इस काम को पूरा करने के लिए 3 साल का समय ठेकेदार के पास रहेगा, लेकिन उम्मीद है कि काम समय के पहले ही पूरा हो जाएगा। नए जेल का काम पूरा होने के बाद ही पुनर्घनत्वीकरण योजना के तहत ठेकेदार को पुराने जेल की जगह पर काम करने दिया जाएगा।
शासन के निर्मित ऐसे विभागीय परिसर जो अब खंडहर होने की स्थिति में हैं या हो चुके हैं। साथ ही शहर के बीचों-बीच होने के कारण उस जगह की कीमत करोड़ों में हो चुकी हैं। ऐसी जमीन को बेचकर ही शासन द्वारा शहर से बाहर नए परिसरों का निर्माण कराया जा रहा है। जिसमें शासन को एक रुपए भी नहीं लगता है, बल्कि पुरानी कीमती जगह बेचने पर शासन को करोड़ों का फायदा हो जाता है। इस काम में भी नए जेल की लागत निकालने के बाद भी शासन को करोड़ों रुपए अलग से राजस्व लाभ की संभावना है।
वर्शन
नया जेल बरपटी के पास 25 एकड़ में बनाया जाएगा। इसके लिए फिर से टेंडर लगाया जा चुका है। जो भी फर्म काम लेती है, जल्द पूरा कराया जाएगा। पुनर्धनत्वीकरण योजना के तहत काम होना है। पुराने जेल के लिए भी अलग योजना है।
राजकुमार बाथम, प्रभारी ईई हाउसिंग बोर्ड दमोह