प्रमुख दलों ने 14 प्रत्याशी उतारें
लोकसभा चुनाव में राज्यभर में 945 उम्मीदवार मैदान में थे। 77 उम्मीदवार महिलाएं थी, इनमें 30 स्वतंत्र उम्मीदवार थी। अन्नाद्रमुक, भाजपा, कांग्रेस और द्रमुक जैसी प्रमुख राजनीतिक पार्टियों ने केवल 14 महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था। नाम तमिलर कच्ची (एनटीके) ने 19 महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था, जो किसी भी क्षेत्रीय या राष्ट्रीय राजनीतिक दलों की तुलना में सबसे अधिक है।
ज्योतिमणि. एस (कांग्रेस-)- 534906
एल. तंगवेल (एआईएडीएमके)- 368090
वोटों का अंतर- 88153
कनिमोझी करुणानिधि (तुत्तुकुडी)
कनिमोझी करुणानिधि एक तमिल कवयित्री, पत्रकार और राजनीतिज्ञ हैं। वह संसद की सदस्य के रूप में लोकसभा में तमिलनाडु का प्रतिनिधित्व करती हैं।
डॉ. रानी श्री कुमार ने पोस्टग्रेजुएशन किया है। रानी श्रीकुमार ने 2019 में एम.डी. (एनेस्थिसियोलॉजी) और 2006 में एमबीबीएस डॉ. एमजीआर मेडिकल युनिवर्सिटी से किया है। डॉ. रानी के पति जी. श्रीकुमार एक सरकारी ठेकेदार हैं। साथ ही डीएमके के तेनकाशी जिले के किसान विंग के उप-संगठक हैं।
डॉ. रानी श्री कुमार (डीएमके)- 4,25,679
डॉ. के कृष्णासामी (एआईएडीएमके)- 2,29,480
वोटों का अंतर- 1,96,199
तमिझच्ची तंगपांडियन ने फिल्म जगत में भी काम किया है। कई फिल्मों के लिए मशहूर डायलाग भी लिख चुकी हैं। राजनीति इनको विरासत में मिली। इनकी शादी सी. चंद्रशेखर से हुई। ये रिटायर्ड डीजीपी हैं।
सुधा रामकृष्णन (46) पेशे से वकील रहीं। उन्हें उच्च शिक्षा हासिल हैं। उन्होंने साल 2019 में मद्रास विश्वविद्यालय से पीजी डिप्लोमा किया था। वह किशोर न्याय एवं किशोर मनोविज्ञान में एमए हैं।
सुधा आर. (डीएमके)- 5,18,459
पी. बाबू (एआईएडीएमके)- 2,47,276
वोटों का अंतर- 2,71,183