अमानगंज. नगर के वार्ड क्रमांक छह निवासी टेढ़ा चौधरी के मृत्यु के बाद बुधवार को मिढ़ासन नदी के चकदही घाट के पास उसका अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार के बाद इसमें शामिल रहे सभी लोग नदी में नहा रहे थे, इसी दौरान एक वृद्ध नदी के तेज बहाव में बह गया। एसडीईआरएफ, पुलिस और स्थानीय लोगों ने पूरे दिन में करीब डेढ़ किमी. के नदी के क्षेत्र में वृद्ध की तलाश की लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। शाम होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशान रोकना पड़ा। गुरुवार को सुबह से फिर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जाएगा।
दिनभर चला रेस्क्यू
जानकारी के अनुसार वार्ड क्रमाक छह निवासी टेढ़ा चौधरी (72) की मौत हो गई थी। सभी लोगों ने सुबी करीब 11 बजे उसका मिढ़ासन नदी के झिन्ना घाट में अंतिम संस्कार किया। करीब साढ़े 11 बजे सभी लोग नदी के झिन्ना घाट में नहा रहे थे। इसी दौरान वृद्ध मुन्नीलाल चौधरी (61) नदी के तेज बहाव में बह गया। आसपास मौजूद लोग जब तक कुछ समझ पाते तब तक वह काफी दूर जा चुका था। लोगों ने तुरंत पुलिस और एसडीईआरएफ की टीम को सूचना दी। सूचना मिलने के कुछ ही समय बाद पुलिस और एसडीईआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर लापता वृद्ध की खोजबीन शुरू कर दी।
फिर भी नहीं मिली कामयाबी
स्थानीय नागरिकों सहित एसडीईआरएफ और पुलिस की टीम दिनभर लापता वृद्ध की तलाश करती रही लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल पाया। शाम करीब साढ़े पांच बजे अंधेरा हो जाने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन को बंद करना पड़ा। एसडीईआरएफ का नेतृत्व कर रहे प्लाटून कमांडर सत्यपाल जैन ने बताया, दिनभर के ऑपरेशन के बाद भी सफलता नहीं मिलने पर शाम को ऑपरेशन बंद करना पड़ा। उन्होंने बताया, नदी में पानी का बहाव तेज होने के कारण तलाश में परेशानी आ रही है। पहले दिन के ऑपरेशन में झिन्ना घाट से चकदही घाट तक करीब डेढ़ किमी. में शर्च ऑपरेशन चलाया गया। गुरुवार को शर्च ऑपरेशन का दायरा बढ़ाया जाएगा। लापता वृद्ध की गुरुवार को फिर तलाश की जाएगी। उन्होंने बताया, एसडीईआरएफ के दल में अखंड प्रताप ङ्क्षसह, पुष्पेंद्र, रितेश, उदित, बृजेद्र और जितेंद्र शामिल हैं। घटना के बाद से परिजनों को बुरा हाल है।
दिनभर चला रेस्क्यू
जानकारी के अनुसार वार्ड क्रमाक छह निवासी टेढ़ा चौधरी (72) की मौत हो गई थी। सभी लोगों ने सुबी करीब 11 बजे उसका मिढ़ासन नदी के झिन्ना घाट में अंतिम संस्कार किया। करीब साढ़े 11 बजे सभी लोग नदी के झिन्ना घाट में नहा रहे थे। इसी दौरान वृद्ध मुन्नीलाल चौधरी (61) नदी के तेज बहाव में बह गया। आसपास मौजूद लोग जब तक कुछ समझ पाते तब तक वह काफी दूर जा चुका था। लोगों ने तुरंत पुलिस और एसडीईआरएफ की टीम को सूचना दी। सूचना मिलने के कुछ ही समय बाद पुलिस और एसडीईआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर लापता वृद्ध की खोजबीन शुरू कर दी।
फिर भी नहीं मिली कामयाबी
स्थानीय नागरिकों सहित एसडीईआरएफ और पुलिस की टीम दिनभर लापता वृद्ध की तलाश करती रही लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल पाया। शाम करीब साढ़े पांच बजे अंधेरा हो जाने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन को बंद करना पड़ा। एसडीईआरएफ का नेतृत्व कर रहे प्लाटून कमांडर सत्यपाल जैन ने बताया, दिनभर के ऑपरेशन के बाद भी सफलता नहीं मिलने पर शाम को ऑपरेशन बंद करना पड़ा। उन्होंने बताया, नदी में पानी का बहाव तेज होने के कारण तलाश में परेशानी आ रही है। पहले दिन के ऑपरेशन में झिन्ना घाट से चकदही घाट तक करीब डेढ़ किमी. में शर्च ऑपरेशन चलाया गया। गुरुवार को शर्च ऑपरेशन का दायरा बढ़ाया जाएगा। लापता वृद्ध की गुरुवार को फिर तलाश की जाएगी। उन्होंने बताया, एसडीईआरएफ के दल में अखंड प्रताप ङ्क्षसह, पुष्पेंद्र, रितेश, उदित, बृजेद्र और जितेंद्र शामिल हैं। घटना के बाद से परिजनों को बुरा हाल है।