सागर. त्योहार के बाद सोमवार से फिर खाद वितरण शुरू हो जाएगा। डबल लॉक सेंटरों व समितियों के केंद्रों पर किसानों की लाइनें लग जाएंगी। गोदामों में एनपीके, यूरिया जैसे खाद तो पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं, लेकिन डीएपी के लिए किसानों को कुछ दिनों का इंतजार करना पड़ेगा। त्योहार के पहले जिले में 2700 मीट्रिक टन एनपीके और 4 हजार मीट्रिक टन यूरिया की नई रैक आ चुकी है। 5300 मीट्रिक टन डीएपी भी जिले के लिए अलॉट हो चुका है लेकिन अभी लिधौरा स्टेशन पर इसकी रैक नहीं लगी है, संभवत: शनिवार तक डीएपी की रैक लगेगी और किसानों को वितरित किया जाएगा।
किसान सिर्फ डीएपी ही मांग रहे-
क्षेत्र में किसान डीएपी के लिए परेशान हो रहे हैं। खाद वितरण केंद्रों पर लाइनें लग रहीं हैं लेकिन उन्हें पर्याप्त मात्रा में डीएपी नहीं मिल रहा है। डीएपी की कमी के चलते विभाग किसानों को वैकल्पिक खाद एनपीके लेने की सलाह दे रहे हैं लेकिन किसान सिर्फ डीएपी की मांग कर रहे हैं। डीएपी की किल्लत ऐसी है कि रैक आने पर दो दिन में ही डीएपी खत्म हो जाता है और मांग की पूर्ति नहीं हो पा रही है। नवंबर में भी डीएपी की करीब 16 हजार मीट्रिक टन की डिमांड है।
रबी सीजन में आवश्यकता –
यूरिया- 45000
डीएपी- 30000
एमओपी- 800
एनपीके- 8000
एसएसपी- 4000
नोट: मात्रा मीट्रिक टन में।
जिले में रकबा-
गेहूं- 305
जौ- 1.10
चना- 130
मटर- 16
मसूर- 90
सरसों- 5.50
अलसी- 2
गन्ना- 0.45
नोट: रकबा हेक्टेयर में।
-दीपावली के एक दिन पहले ही करीब 4 हजार मीट्रिक टन यूरिया और 2700 मीट्रिक टन एनपीके की रैक आई है। 5300 मीट्रिक टन डीएपी जिले के लिए अलॉट हो गया है जो इस सप्ताह आएगा। डीएपी को छोडकऱ सभी खाद पर्याप्त मात्रा में हैं।
राखी रघुवंशी, जिला प्रबंधक विपणन संघ।
किसान सिर्फ डीएपी ही मांग रहे-
क्षेत्र में किसान डीएपी के लिए परेशान हो रहे हैं। खाद वितरण केंद्रों पर लाइनें लग रहीं हैं लेकिन उन्हें पर्याप्त मात्रा में डीएपी नहीं मिल रहा है। डीएपी की कमी के चलते विभाग किसानों को वैकल्पिक खाद एनपीके लेने की सलाह दे रहे हैं लेकिन किसान सिर्फ डीएपी की मांग कर रहे हैं। डीएपी की किल्लत ऐसी है कि रैक आने पर दो दिन में ही डीएपी खत्म हो जाता है और मांग की पूर्ति नहीं हो पा रही है। नवंबर में भी डीएपी की करीब 16 हजार मीट्रिक टन की डिमांड है।
रबी सीजन में आवश्यकता –
यूरिया- 45000
डीएपी- 30000
एमओपी- 800
एनपीके- 8000
एसएसपी- 4000
नोट: मात्रा मीट्रिक टन में।
जिले में रकबा-
गेहूं- 305
जौ- 1.10
चना- 130
मटर- 16
मसूर- 90
सरसों- 5.50
अलसी- 2
गन्ना- 0.45
नोट: रकबा हेक्टेयर में।
-दीपावली के एक दिन पहले ही करीब 4 हजार मीट्रिक टन यूरिया और 2700 मीट्रिक टन एनपीके की रैक आई है। 5300 मीट्रिक टन डीएपी जिले के लिए अलॉट हो गया है जो इस सप्ताह आएगा। डीएपी को छोडकऱ सभी खाद पर्याप्त मात्रा में हैं।
राखी रघुवंशी, जिला प्रबंधक विपणन संघ।