दर्दनाक : सुबह 4 बजे कड़कड़ाती ठंड में लावारिस छोड़ा कलेजे को टूकड़ा…
अजमेर(Ajmer News). रविवार सुबह 4 बजे 4.5 डिग्री तापमान। कड़ाके की ठण्ड में धुंध और कोहरे के लिहाफ में लिपटी सुबह में जहां लोग घरों में रजाई और कम्बल में दुबके थे वहीं एक मां महज कुछ घंटे पूर्व दुनिया में आई नवजात को हाड़ कंपाने वाली ठंड में खुले में छोड़ गई। पलटन बाजार स्थित शराब ठेके के पास रेलवे की दीवार के पीछे पड़ी नन्हीं जान मां की नजरों से दूर होकर जानवरों की नजर में आ गई। फरिश्ता बनकर आए राहगीर ने लहूलुहान नवजात को जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के शिशुरोग विभाग में भर्ती करवाया। जहां चिकित्सकों ने उसे अपनी छांव में लिया।
रुदन सुनकर रुका राहगीर. . .
चंद घंटे पहले जन्मी मासूम रविवार सुबह 4 बजे कुन्दन नगर रोड पलटन बाजार स्थित शराब के ठेके पास बिलखती मिली। राहगीर ने रुदन सुना तो कड़ाके की ठण्ड में वह भी ठिठक गया। दीवार के पास लहूलुहान नवजात नजर आई तो उसका कलेजा भी मुंह को आ गया। नवजात को जानवरों ने कई जगह से नोंच रखा था। वह उसे लेकर जेएलएन अस्पताल के शिशुरोग विभाग पहुंचा। जहां चिकित्सकों ने आईसीयू में लेकर उसका उपचार शुरू किया। सूचना पर सिविल लाइन थाना पुलिस पहुंची। पुलिस ने हैडकांस्टेबल सज्जन सिंह की शिकायत पर भारतीय न्याय संहिता 93 व किशोर न्याय अधिनियम में मासूम बालिका की अज्ञात मां के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। प्रकरण में अनुसंधान उप निरीक्षक भारती गिरीराज कर रही हैं।
…सिर पर लगाए टांके
चिकित्सकों के अनुसार नवजात को जंगली जानवरों ने नोंच रखा था। उसके सिर, चेहरे समेत शरीर पर कई जगह घाव हैं। मासूम के सिर पर टांके लगाने पड़े। हिमोग्लोबिन की कमी व सांस लेने में दिक्कत है। उसे गहन चिकित्सा इकाई में रखा गया है।बाल कल्याण समिति ने ली सुधनवजात के लावारिस मिलने की सूचना पर जिला बाल कल्याण समिति अध्यक्ष अंजली शर्मा, सदस्य अरविन्द कुमार मीणा, चाइल्ड हेल्प लाइन संस्थान के समन्वयक प्रेमनारायण शर्मा ने शिशुरोग विभाग पहुंच कर चिकित्सकों से जानकारी लेकर थाना पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए।
इनका कहना है…
नवजात को कडाके की ठंड में छोड़ देना हृदय विदारक है। कई जगह पालना गृह बनाए गए हैं। जहां अनचाहे बच्चों को सुरक्षित छोड़ा जा सकता है। –अंजली शर्मा, अध्यक्ष, जिला बाल कल्याण समिति अजमेर