जब तक पहुंचे तब हो चुकी थी मौत
घटना के बाद अन्य व्यक्ति दौड़कर पास आए तब तक भीमाराम की मौत हो चुकी थी। घटनाक्रम के बाद उन्हें एक निजी वाहन से रामसर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर परिजन मौके पर पहुंचे, उनकी मौजूदगी में पोस्टमार्टम कर शवसुपुर्द किया। मृतक भीमारामदिहाड़ी मजदूर था। उसके 9 संतानें हैं। जिसमें सात बेटे और दो बेटियां हैं। भीमाराम के माता-पिता बुजुर्ग है।