प्रति माह 200 डिलीवरी फिर भी सीएचसी की अनदेखी
जिला चिकित्सालय के बाद श्रीगंगानगर जिले में सबसे ज्यादा डिलीवरी सूरतगढ़ सीएचसी में हो रही है। प्रत्येक माह करीब दो सौ डिलीवरी हो रही है। श्रीगंगानगर जिले में करीब 16 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र है। इसमें सूरतगढ़ सीएचसी डिलीवरी केस के मामले में प्रथम स्थान पर है। इसके बावजूद प्रसूताओं को घर तक पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से 104 एम्बुलेंस गाड़ी की सुविधा उपलब्ध नहीं करवाई जा रही है। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ.मांगीलाल लेघा ने बताया कि सूरतगढ़ सीएचसी में सबसे ज्यादा डिलीवरी होने के बावजूद 104 एम्बुलेंस गाड़ी की व्यवस्था नहीं है। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है। यह भी पढ़े… ‘दूसरे राज्यों के लोग चला रहे जम्मू कश्मीर’, वोटिंग के बीच यह क्या बोल गए Rahul Gandhi
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में खड़ी नकारा एम्बुलेंस
क्षेत्र में चार लाख किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद 104 एम्बुलेंस गाडिय़ों को नकारा घोषित कर जाता है। बीरमाना, सरदारगढ़, सोमासर, ठुकराना प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में नई 104 एम्बुलेंस गाड़ी ऑन रोड है, जबकि पुरानी गाडिय़ा ऑफ रोड हो चुकी है। पीएचसी पर नकारा गाडिय़ा लम्बे समय से खड़ी है। इनका निस्तारण किस तरह से करना है, यह भी स्वास्थ्य विभाग तय नहीं कर सका है।वही, बीरमाना के ग्रामीणों का कहना है कि गांव के राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पिछलें दो साल से 104 एंबुलेंस सेवा की गाड़ी नकारा पड़ी हुई है। नकारा पड़ी इस गाड़ी की पिछलें दो साल से चिकित्सा विभाग ने सुध नहीं ली है । इस कारण गाड़ी की हालात तेज धूप में खस्ता हो गई है । बीरमाना के राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. अजय कुमार दिनोदिया का कहना है कि इस गाड़ी को कहां भेजना है इसका उनके पास पिछलें दो साल से कोई ऑर्डर नहीं आया है। इसलिए यहां पीएचसी परिसर में खड़ी है ।यह गाड़ी बीरमाना पीएचसी को नई 104 एंबुलेंस मिल जाने के बाद से खड़ी है। यह भी पढ़े… सब क्रिटिकल थर्मल में मात्र आधे दिन का कोयला बचा