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दो साल से बंद 104 एम्बुलेंस गाड़ी की सुविधा, प्रसूताओं को हो रही परेशानी

सूरतगढ़.सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में करीब दो साल से प्रसूताओं को घर तक छोडऩे के लिए संचालित 104 एम्बुलेंस की सेवा बंद पड़ी है। इससे प्रसूताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां सबसे खास बात यह है कि बीरमाना, सरदारगढ़,सोमासर व ठुकराना पीएचसी में नई एम्बुलेंस ऑन रोड होने के बावजूद नकारा एम्बुलेंस गाडिय़ां खड़ी है। इन नकारा गाडिय़ों का निस्तारण कैसे होगा अभी तक यह भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से तय नहीं किया गया है।

श्री गंगानगरSep 25, 2024 / 05:12 pm

Jitender ojha

सूरतगढ़.सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में करीब दो साल से प्रसूताओं को घर तक छोडऩे के लिए संचालित 104 एम्बुलेंस की सेवा बंद पड़ी है। इससे प्रसूताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां सबसे खास बात यह है कि बीरमाना, सरदारगढ़,सोमासर व ठुकराना पीएचसी में नई एम्बुलेंस ऑन रोड होने के बावजूद नकारा एम्बुलेंस गाडिय़ां खड़ी है। इन नकारा गाडिय़ों का निस्तारण कैसे होगा अभी तक यह भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से तय नहीं किया गया है।
जानकारी के अनुसार जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के तहत राज्य में 12सितम्बर 20211 को प्रारंभ हुई। इसके तहत मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए 104 एम्बुलेंस गाड़ी का संचालन शुरू किया गया। सूरतगढ़ सीएचसी में 4 जनवरी 2014 में104 एम्बुलेंस गाड़ी की सेवा प्रारंभ हुई। वर्ष 2016 को यह गाड़ी जीवीके कम्पनी के सुपुर्द की गई। करीब दो साल पूर्व 104 एम्बुलेंस गाड़ी खराब हो गई। जिसे श्रीगंगानगर भेजा गया। लेकिन इसके बाद यह एम्बुलेंस पुन: नहीं आई।इसके बाद प्रसूताओं को भेजने के लिए उनके परिजनों को निर्धारित किराया दिया जा रहा है। जबकि प्रसूताओं के आवास की दूरी कई बार किराए से अधिक हो जाती है। चिकित्सालय प्रशासन की ओर से कई बार नई 104 एम्बुलेंस गाड़ी उपलब्ध करवाने की मांग की जा चुकी है। इसके बावजूद अभी तक जिला मुख्यालय से नई एम्बुलेंस गाड़ी उपलब्ध नहीं हुई है।

प्रति माह 200 डिलीवरी फिर भी सीएचसी की अनदेखी

जिला चिकित्सालय के बाद श्रीगंगानगर जिले में सबसे ज्यादा डिलीवरी सूरतगढ़ सीएचसी में हो रही है। प्रत्येक माह करीब दो सौ डिलीवरी हो रही है। श्रीगंगानगर जिले में करीब 16 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र है। इसमें सूरतगढ़ सीएचसी डिलीवरी केस के मामले में प्रथम स्थान पर है। इसके बावजूद प्रसूताओं को घर तक पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से 104 एम्बुलेंस गाड़ी की सुविधा उपलब्ध नहीं करवाई जा रही है। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ.मांगीलाल लेघा ने बताया कि सूरतगढ़ सीएचसी में सबसे ज्यादा डिलीवरी होने के बावजूद 104 एम्बुलेंस गाड़ी की व्यवस्था नहीं है। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है।
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प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में खड़ी नकारा एम्बुलेंस

क्षेत्र में चार लाख किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद 104 एम्बुलेंस गाडिय़ों को नकारा घोषित कर जाता है। बीरमाना, सरदारगढ़, सोमासर, ठुकराना प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में नई 104 एम्बुलेंस गाड़ी ऑन रोड है, जबकि पुरानी गाडिय़ा ऑफ रोड हो चुकी है। पीएचसी पर नकारा गाडिय़ा लम्बे समय से खड़ी है। इनका निस्तारण किस तरह से करना है, यह भी स्वास्थ्य विभाग तय नहीं कर सका है।वही, बीरमाना के ग्रामीणों का कहना है कि गांव के राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पिछलें दो साल से 104 एंबुलेंस सेवा की गाड़ी नकारा पड़ी हुई है। नकारा पड़ी इस गाड़ी की पिछलें दो साल से चिकित्सा विभाग ने सुध नहीं ली है । इस कारण गाड़ी की हालात तेज धूप में खस्ता हो गई है । बीरमाना के राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. अजय कुमार दिनोदिया का कहना है कि इस गाड़ी को कहां भेजना है इसका उनके पास पिछलें दो साल से कोई ऑर्डर नहीं आया है। इसलिए यहां पीएचसी परिसर में खड़ी है ।यह गाड़ी बीरमाना पीएचसी को नई 104 एंबुलेंस मिल जाने के बाद से खड़ी है।
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नई एम्बुलेंस गाड़ी उपलब्ध होने की उम्मीद

सीएमएचओ डॉ.अजय सिंगला ने बताया कि 104 एम्बुलेंस गाड़ी की कमी के बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है। शीघ्र ही नई 104 एम्बुलेंस गाड़ी उपलब्ध होने की उम्मीद है।

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