बता दें, स्नेक आइलैंड ब्लैक सी में स्थित यूक्रेन का महत्वपूर्ण रणनीतिक सैन्य अड्डा है। रूस ने युद्ध की शुरुआत में ही इस द्वीप पर कब्जा जमा लिया था। इस आइलैंड के जरिए ब्लैक सी तक पहुंचा जा सकता है जो व्यापार और हथियारों के आयात के लिए एक अहम मार्ग है। यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की शुरुआत से ही स्नेक आइलैंड को बहुत महत्व की नजर से देखा गया है। स्नेक आइलैंड रणनीतिक महत्व के साथ-साथ ब्लैक सी का ये हिस्सा हाइड्रोकार्बन संसाधनों से भी भरा हुआ है।
रुस ने स्नेक आइलैंड पर फरवरी में ही कब्जा कर लिया था, तभी ये आइलैंड चर्चा में आया था। उस वक्त आइलैंड पर तैनात ए यूक्रेनी सैनिक ने रूसी युद्धपोत की चेतावनी को नजरअंदाज करते हुए बकवास न करने की चेतावनी दे दी थी। इस सैनिक का बयान आक्रमण के बाद से प्रतिरोध के सबसे लोकप्रिय यूक्रेनी नारों में से एक बन गया है। इसके सम्मान में यूक्रेनी डाक सेवा ने एक डाक टिकट भी जारी किया था, जिसमें एक यूक्रेनी सैनिक को रूसी क्रूजर मोस्कवा को उंगली देते हुए दिखाया गया है।
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यूक्रेन ने आरोप लगाया था कि रुसी नौसेना ने यूक्रेनी बंदरगाहों को घर रखा है जिसके कारण खाद्यान्न का निर्यात बाधित हो रहा है। इससे दुनिया में खाद्यान्न संकट पैदा होने की आशंका पैदा हो रही है। स्नेक आइलैंड पर कब्जा करके रूस यूक्रेन के ओडेसा बंदरगाह पर दबाव बनाए रखना चाहता था लेकिन यूक्रेनी सेना के भीषण हमलों के आगे रूसी सेना को झुकना पड़ा और उसने स्नेक आइलैंड को खाली कर दिया है। यह भी पढ़ें