बता दें, स्कूल सेवा आयोग (SSC) घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शनिवार को पार्थ चटर्जी को 26 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। ED ने पार्थ की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों पर रेड मारी थी। जहां से टीम को 20 करोड़ से ज्यादा कैश मिला था। इसके अलावा, कई ऐसे पेपर मिले थे, जिनमें लेन-देन के पुख्ता सबूत थे। इस मामले के सीधे तार मंत्री पार्थ चटर्जी से जुड़े मिले। जांच एजेंसी ने लगातार 26 घंटे तक पार्थ चटर्जी से पूछताछ क। जिसके बाद पार्थ को गिरफ्तार करने का फैसला लिया।
वहीं, पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा, “मैं भ्रष्टाचार या किसी गलत काम का समर्थन नहीं करती। अगर कोई दोषी पाया जाता है, तो उसे दंडित किया जाना चाहिए। उम्र कैद की सजा दिए जाने में भी मुझे कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन मेरे खिलाफ चलाये जा रहे दुर्भावनापूर्ण अभियान की मैं निंदा करती हूं। सच्चाई सामने आनी चाहिए, लेकिन एक समय सीमा के अंदर।”
उन्होंने आगे कहा, “मैंने जीवनभर राजनीति की है। ये अपने निजी फायदे के लिए नहीं की। मेरे लिए राजनीति ही जनसेवा है। राजनीति लोगों से प्यार करने और देश की सेवा करने के बारे में है। ये मैंने अपने शिक्षकों, माता-पिता से सिखा है।” ममता बनर्जी ने कहा, ‘अगर कोई गलत गतिविधियों में शामिल रहा है, तो हममें से कोई भी हस्तक्षेप नहीं करेगा चाहे वह कितना भी कठोर फैसला क्यों न झेले। हम उनका समर्थन नहीं करेंगे।’
हालांकि, पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी को सीएम ममता ने बीजेपी की साजिश बताया। उन्होंने बीजेपी पर भड़ास निकालते हुए आरोप लगाया कि अगर उनके पास कीचड़ है, तो हमारे पास अलकतरा है, जिसे दाग धुलते नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि देश में ऐसे कई बड़े घोटाले भी हुए हैं जिसका हल आज तक नहीं निकल पाया है। किसी मामल में ट्रायल के दौरान ही आरोपी की मौत हो गई, तो कुछ मामलों में फैसला आने में दशक बीत गए।
ममता बनर्जी ने बीजेपी पर निशाना साधाते हुए कहा, “अगर बीजेपी को लगता है कि वह एजेंसियों का इस्तेमाल करके मेरी पार्टी को तोड़ सकती है तो वह गलत है। मैं धमकियों के आगे नहीं झुकूंगी। अगर किसी ने गलत काम किया है और कानून के फैसले से दोषी साबित होता है, तो उसके लिए वे खुद जिम्मेदार होंगे।”
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