अधिकारी ने शनिवार को घोषणा की थी कि वह आज हावड़ा जाएंगे। हावड़ा में पिछले चार दिनों से तनाव का माहौल बना हुआ है। प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार से ही वहां विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था, उन्होंने एक राष्ट्रीय राजमार्ग को करीब 12 घंटे तक अवरुद्ध कर दिया था और सड़क पर टायर जला दिए गए, जिससे यातायात बाधित हो गया। हिंसा में, कम से कम दो क्षेत्रों में भाजपा के कार्यालयों में तोड़फोड़ की गई और आग लगा दिया गया।
इन हिंसक घटनाओं के चलते हावड़ा के राष्ट्रीय राजमार्गों और रेलवे स्टेशनों के हिस्सों में और उसके आसपास धारा 144 को लागू कर दी गई है, ये धारा 15 जून तक लागू रहेगी। पुलिस ने पूर्व मेदिनीपुर की कोंटाई पुलिस ने एलओपी सुवेंदु अधिकारी को पत्र लिखा है और उन्हें सलाह देते हुए कहा है कि “हावड़ा ग्रामीण पुलिस जिले का दौरा न करें जहां सीआरपीसी की धारा 144 प्रभावी है।”
हालांकि सुवेंदु ने पुलिस अधिकारी की सलाह मानने से साफ इंकार किया है। कहा है कि मेरा हावड़ा जाने का कार्यक्रम है और मैं जाकर रहूंगा। चेतावनी देते हुए कहा है कि पुलिस-प्रशासन यदि मुझे रोकेगी तो मैं कुछ नहीं कहूंगा मगर अगले ही दिन मैं कोलकाता हाई कोर्ट का रुख करुंगा। और कहूंगा कि मुझे दौरे की अनुमति दी जाए।
बता दें, शनिवार को सुवेंदु अधिकारी ने ट्वीट कर कहा था, “मैं कल (रविवार) जले हुए भाजपा हावड़ा ग्रामीण पार्टी कार्यालय का दौरा करूंगा। मैं अपने कार्यकर्ताओं को विश्वास दिलाता हूं कि हमारा पार्टी कार्यालय हमारे लिए एक मंदिर की तरह है, इसे राख से फिर से बनाया जाएगा। आप इतिहास उठा कर देख लो, विदेशी आक्रमणकारियों ने हमारे मंदिरों को धराशायी कर दिया था लेकिन आज भी भगवा झंडे लहरा रहे हैं।”
गौरतलब है की पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में जुमे की नमाज के बाद शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने प्रदर्शन किया। जुमे की नमाज के बाद भारी संख्या में लोग बाहर निकले और नुपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग की। इसके आलवा पश्चिम बंगाल के हावड़ा में भी जमकर बवाल हुआ।
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