पर्याप्त संख्या बल होने के कारण राजग उम्मीदवार वेंकैया नायडू का उपराष्ट्रपति बनना तकरीबन तय है। वह भैरों सिंह शेखावत के बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की पृष्ठभूमि वाले दूसरे उप राष्ट्रपति होंगे। संसद के दोनों सदनों के 787 सदस्यीय प्रभावी निर्वाचक मंडल के बीच नायडू बहुत बेहतर स्थिति में हैं। राजग को लोकसभा में स्पष्ट बहुमत हासिल है और दक्षिण भारत के कुछ राजनीतिक दलों का भी समर्थन हासिल है।
लोकसभा में अभी 543 और राज्यसभा में 244 सदस्य हैं। लोकसभा में दो सीट रिक्त हैं जबकि राज्यसभा में एक। भाजपा पदाधिकारियों के मुताबिक, राजग के राज्यसभा के 81 सदस्यों और लोकसभा के 338 सदस्यों के अलावा दोनों सदनों में अन्नाद्रमुक के 50, वाईएसआर कांग्रेस के 10 और तेलंगाना राष्ट्र समिति के 14 सदस्य भी नायडू के पक्ष में मत देंगे। इस तरह 493 सदस्यों के साथ नायडू 394 के जरूरी आंकड़े को आसानी से पार कर लेंगे। भाजपा को तो 500 मतों के मिलने की उम्मीद है।
महात्मा गांधी के पौत्र, पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल व पूर्व राजनयिक गोपालकृष्ण गांधी विपक्ष के उम्मीदवार हैं। उन्हें कांग्रेस, वामदल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी और नेशनल कांफ्रेंस का समर्थन हासिल है। अब राजग में शामिल हो चुके जनता दल (यू) ने भी गांधी को समर्थन देने का ऐलान किया हुआ है। गांधी को जरूरी मतों का आधा भी मिलने की उम्मीद नहीं है।
शनिवार को होने वाले चुनाव के लिए राज्यसभा सचिवालय ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। वर्तमान उप राष्ट्रपति व राज्यसभा सभापति हामिद अंसारी का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है। वह 11 अगस्त 2007 से इस पद पर हैं। 11 अगस्त 2012 को वह दोबारा इस पद पर चुने गए थे।