पालोनजी मिस्त्री, टाटा ग्रुप में सबसे बड़े व्यक्तिगत शेयरधारक थे। इस ग्रुप में उनकी 18.4 फीसदी हिस्सेदारी थी। वह अपने परिवार के साथ मुंबई से शापूरजी पालोनजी समूह चलाते थे। यह समूह इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन से लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर, रियल एस्टेट, पानी, ऊर्जा और फाइनेंसियल सेवाओं के क्षेत्र में कार्य करता है। इसकी कंपनियों में 50 हजार से ज्यादा लोग काम करते हैं। समूह करीब 50 देशों में सेवाएं देता है। शापूरजी पालोनजी ग्रुप की स्थापना 1865 में की गई थी। इसी समूह ने मुंबई के मशहूर ताजमहल पैलेस होटल के अलावा भारतीय रिजर्व बैंक, क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया, नरीमन पॉइंट और बॉम्बे सेंट्रल स्टेशन की बिल्डिंग का निर्माण किया।
भारत की 9वीं सबसे अमीर हस्ती
फॉब्र्स की 2022 की सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची में पालोनजी मिस्त्री 125 नंबर पर थे। पिछले साल उन्हें भारत का 9वां सबसे अमीर व्यक्ति बताया गया था। शापूरजी पालोनजी ग्रुप ने 1972 में पहली बार देश से बाहर ओमान सुल्तान का पैलेस बनाया। समूह ने मुंबई में 2010 में देश की सबसे बड़ी 60 मंजिला रिहायशी इमारत द इम्पीरियल का भी निर्माण किया।
फैंटम ऑफ बॉम्बे हाउस
उद्योग और व्यापार के क्षेत्र में योगदान के लिए 2016 में पालोनजी को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। उन्हें फैंटम ऑफ बॉम्बे हाउस के नाम से जाना जाता था। उनके पिता शापूरजी मिस्त्री ने के. आसिफ की क्लासिक फिल्म मुगले-आजम को फाइनेंस किया था। पालोनजी के बड़े बेटे शापूरजी मिस्त्री, शापूरजी पालोनजी एंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष हैं, जबकि छोटे बेटे साइरस मिस्त्री 2012 से 2016 तक टाटा संस के अध्यक्ष थे। पालोनजी मिस्त्री ने 2003 में पात्सी पेरिन दुबाश से शादी के बाद आयरिश नागरिकता ले ली थी।